यौन शोषण, ब्लैकमेल और पुलिस का रोल ! नाबालिग के यौन उत्पीड़न के मामले में महिला, उसके पति व ससुर पर FIR दर्ज, महिला ने नाबालिग के विरुद्ध दर्ज कराई थी ज्यादती की रिपोर्ट
रतलाम के महिला थाने पर एक महिला, उसके पति और ससुर के विरुद्ध 15 वर्षीय किशोर का यौन उत्पीड़न, मारपीट सहित विभिन्न धाराओं में केस दर्ज किया गया है।

एसीएन टाइम्स @ रतलाम । 15 वर्षीय किशोर के यौन शोषण और ब्लैकमेल करने के मामले में महिला थाने पर एक महिला, उसके पति और ससुर के विरुद्ध पाक्सो एक्ट सहित विभिन्न धाराओं में केस दर्ज किया गया है। पहले पुलिस ने महिला की शिकायत पर पीड़ित बालक के विरुद्ध ही ज्यादती का केस दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया था। पुलिस की और नाइंसाफी के विरुद्ध पीड़ित बालक की मां ने पहले बाल कल्याण समिति, विशेष किशोर पुलिस यूनिट, महिला थाना और एसपी को शिकायत की लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। इससे मां ने किशोर न्यायालय के प्रिंसिपल मजिस्ट्रेट के समक्ष गुहार लगाई जिसके बाद पुलिस ने यू-टर्न लिया।
जानकारी के अनुसार महिला थाने पर जिस महिला की शिकायत पर 15 वर्षीय किशोर के विरुद्ध ज्यादती का केस दर्ज किया गया था, उस पर उस किशोर के यौन शोषण का केस भी दर्ज कर लिया गया है। ऐसा किशोर की मां द्वारा अभिभाषक अमित पांचाल के माध्यम से किशोर न्यायालय के प्रिंसिपल मजिस्ट्रेट के समक्ष प्रस्तुत किए गए एक आवेदन के बाद संभव हो सका है। किशोर की मां की ओर से न्यायालय को बताया गया था कि उनके बेटे के विरुद्ध दर्ज शिकायत झूठी है जबकि सच्चाई यह है कि शिकायकर्ता महिला ने उसका यौन शोषण और ब्लैकमेल किया था।
अभिभाषक अमित पांचाल के अनुसार किशोर न्यायालय ने इस मामले में महिला थाने के साथ ही औद्योगिक क्षेत्र थाने से भी जांच रिपोर्ट तलब की थी और मामले में अंतिम सुनवाई की तारीख 24 जून 2025 नियत की थी। हालांकि, अंतिम सुनवाई से पहले ही महिला थाना पुलिस ने नाबालिग के साथ दुष्कृत्य करने के आरोप में उक्त महिला, उसके पति व ससुर के खिलाफ धारा 3, 4, 5, 6, 11, 12 पॉक्सो एक्ट व धारा 351, 115(2), 3(5) बीएनएस के तहत अपराध पंजबद्ध कर लिया गया है।
यह है पूरा मामला
अभिभाषक पांचाल के अनुसार गत 17 अप्रैल 2025 को विरियाखेड़ी इलाके में रहने वाली एक महिला ने महिला थाने पर 15 वर्षीय नाबालिग के विरुद्ध ज्यादती की शिकायत की थी। उसका आरोप है कि उक्त नाबालिग ने 15 मार्च से 16 अप्रैल 2025 तक उसके साथ ज्यादती की। इस मामले में पुलिस ने बिना कोई देर किए उस दो बच्चों की मां की शिकायत के आधार नाबालिग के विरुद्ध ज्यादाती का केस दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर बाल संप्रेक्षण गृह भी भेज दिया था। बालक करीब 12 दिन तक बाल संप्रेक्षण ग्रह में रहा। इससे पुलिस की छवि पर विपरीत असर पड़ा और उसकी भूमिका भी सवालों के घेरे में आ गई।
मां ने हर जगह लगाई गुहार लेकिन...
पांचाल ने बताया कि नाबालिग के पिता का निधन डेढ़ वर्ष पूर्व हो गया था। इससे उसकी मां मजदूरी करती है। उसके दो बेटे हैं, एक की उम्र 15 साल और एक की 12 साल है। उक्त महिला ने बाल कल्याण समिति, विशेष किशोर पुलिस यूनिट, महिला थाना और एसपी को पत्र लिखा था। इनमें उसने बताया था कि उसके घर के पास चौराहे पर सोनू नाम की एक महिला का ससुराल है। उसके ससुर का एक घर विरियाखेड़ी में नाले के पास भी है, जहां वह रहती है। उसके घर के पास ही पास ही एक सलून है जहां उसका बेटा कटिंग करवाता है।
पहले मोबाइल नंबर लिया फिर करने लगी गलत बातें
पांचाल के मुताबिक नाबालिग की मां ने पत्र में बताया था कि मार्च में एक दिन उसका बड़ा बेटा विरियाखेड़ी स्थित सलून से कटिंग करवा कर निकला तो सोनू नामक महिला ने उसे इशारे से बुलाया। उसने काम के बहाने से नाबालिग बालक का मोबाइल फोन नंबर भी ले लिया। कुछ दिन बाद आरोपी महिला ने उसके बेटे को कॉल किया और कहा कि- मैं सोनू बोल रही हूं, तुम्हारी भाभी हूं। उसने पूछा कि- मैं तुम्हें अच्छी लगती हूं या नहीं? क्या तुम्हें किसी औरत के साथ सोना और गलत काम करना आता है? नाबालिग ने कहा कि- मुझे यह सब नहीं पता, मैं बहुत छोटा हूं, मुझसे ऐसी बात मत करो। तब महिला ने कहा कि- वह उसे सबकुछ सिखा देगी। इससे नाबालिग डर गया और उसे कॉल नहीं करने का कह कर वहां से चल दिया।
दवाई मंगवाने के बहाने से बुलाया अपने घर, और...
किशोर की मां के अनुसार सोनू उसके बेटे को बार-बार कॉल कर गंदी-गंदी बातें करती। इससे नाबालिग कॉल डिस्कनेक्ट कर देता था। एक दिन आरोपी महिला ने पुनः कॉल किया और कहा कि- तू मेरे घर आजा, दवाई मंगवानी है, मेरी तबीयत खराब है। बालक उसकी बातों में आकर उसके घर चला गया जहां उक्त महिला के अलावा और कोई नहीं था। जैसे ही नाबालिग घर में दाखिल हुआ महिला ने दरवाजा अंदर से बंद कर दिया और उसका शारीरिक शोषण करने लगी। नाबालिग ने इसका विरोध किया तो उसने गांव वालों को बुला लेने और उसके विरुद्ध केस दर्ज कराने की धमकी देने लगी जिससे वह काफी डर गया।
रेलवे स्टेशन बुलाया और करवा दी पिटाई
अभिभाषक अमित ने बताया कि नाबालिग की मां ने अपने आवेदनों में बताया था कि आरोपी महिला उनके बेटे को बार-बार अलग-अलग नम्बरों से कॉल कर अश्लील बातें करने लगती। नाबालिग के इनकार करने पर उसे जेल में डलवाने की धमकी भी देती। गत 16 अप्रैल की सुबह आरोपी ने नाबालिग को कॉल किया और कहा कि- आज तू काम पर मत जाना, मैं रेलवे स्टेशन आ रही हूं, वहां आ जाना, मुझे कुछ काम है।
नाबालिग बालक घर के पीछे रहने वाले एक अन्य युवक को लेकर मोटरसाइकिल से रेलवे स्टेशन पहुंचा जहां टिकट खिड़की के बाहर आरोपी महिला मिली, उसके साथ उसके दो बच्चे भी थे। उसने नाबालिग के साथ फोटो खींचे। तभी वहां आरोपी महिला का पति और ससुर आ गए और नाबालिग से दो लाख रुपए मांगने लगे। इनकार करने पर उन्होंने उसे झूठे केस में फंसाने और बदनाम करने की धमकी दी और मारपीट भी। इतना ही नहीं उन्होंने महिला थाने पर नाबालिग के विरुद्ध ज्यादती का झूठा केस भी दर्ज करा दिया।