भाजपा के पूर्व मंडल अध्यक्ष संतोष पोरवाल पंचतत्व में विलीन, विधायक काश्यप बोले- यह व्यक्तिगत क्षति है

रतलाम के पूर्व भाजपा मंडल अध्यक्ष संतोष पोरवाल का निधन हो गया। वे अंतिम समय तक पार्टी के लिए सक्रिय रहे।

भाजपा के पूर्व मंडल अध्यक्ष संतोष पोरवाल पंचतत्व में विलीन, विधायक काश्यप बोले- यह व्यक्तिगत क्षति है
भाजपा नेता संतोष पोरवाल पंचतत्व में विलीन।

एसीएन टाइम्स @ रतलाम । भारतीय जनता पार्टी के पूर्व मंडल अध्यक्ष संतोष पोरवाल का निधन हो गया। उनका अंतिम संस्कार गुरुवार को त्रिवेणी मुक्तिधाम मे किया गया। इससे पूर्व मेहताजी का वास स्थित निवास से अंतिम यात्रा निकाली गई। इसमें असंख्य लोगों ने शामिल होकर दिवंगत आत्मा को श्रृद्धासुमन अर्पित किए। विधायक चेतन्य काश्यप ने पोरवाल के निधन को व्यक्तिगत क्षति बताया है।

त्रिवेणी मुक्तिधाम में पोरवाल की पार्थिव देह को उनको पुत्रों रितिक व कार्तिक ने मुखाग्नि दी। इसके बाद शोक सभा हुई, जिसमें सामाजिक, धार्मिक, राजनैतिक संगठनों के प्रतिनिधियों ने उनके व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रकाश डालते हुए श्रद्धांजलि अर्पित की। शोक सभा में पोरवाल समाज अध्यक्ष डॉ. गोपाल मजावदिया, पूर्व जिलाध्यक्ष बजरंग पुरोहित, जिला महामंत्री प्रदीप उपाध्याय, महापौर प्रहलाद पटेल, आरडीए अध्यक्ष अशोक पोरवाल, पूर्व मंडल अध्यक्ष विश्वमोहन लोढ़ा, पूर्व महापौर शैलेन्द्र डागा, पूर्व पार्षद मुन्नालाल शर्मा, व्यवसायी राजकमल जैन, मंडल अध्यक्ष नीलेश गांधी, मानव सेवा समिति के गोविंद काकानी, कमलेश पारीख, रजनीश गोयल एवं प्रभु मंडवारिया ने संबोधित किया।

सभी वक्ताओं ने कहा कि पोरवाल अंतिम समय तक सेवा के कार्यों में लगे रहे। वे भाजपा के कर्मठ कार्यकर्ता थे। उनका निधन भाजपा के साथ-साथ पूरे समाज के लिए अपूरणीय क्षति है। संचालन मनोहर पोरवाल ने किया। अंतिम यात्रा में भाजपा जिला महामंत्री निर्मल कटारिया, जिला उपाध्यक्ष सुनील सारस्वत, कार्यालय मंत्री मनोज शर्मा, मंडल अध्यक्ष मयूर पुरोहित, विनोद यादव, पार्षद धर्मेन्द्र व्यास, दिलीप गांधी, राजू मनोहर लाल सोनी, हितेश कामरेड, करण वशिष्ठ एवं मणिलाल जैन सहित पार्टी, प्रकोष्ठ, मोर्चा एवं कार्यकर्ता उपस्थित रहे।

विधायक काश्यप ने संवेदना व्यक्त की

पोरवाल के निधन पर विधायक चेतन्य काश्यप ने गहरी संवेदना व्यक्त की है। उन्होंने कहा है कि पोरवाल उनके बहुत करीबी होकर सदैव पार्टी के लिए समर्पित रहे। उनके निधन से जो व्यक्तिगत क्षति हुई है जिसकी भरपाई कभी नहीं हो सकेगी।