इस बेशर्मी पर लानत है : रतलाम में फिर हुई हरियाली और बेजुबान परिंदों की हत्या, पार्षद पति और कालिका माता मंदिर के पुजारी पर पेड़ कटवाने का आरोप

रतलाम में हरियाली और बेजुबान परिंदों पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं। रोज किसी न किसी क्षेत्र में पड़ कट रहे हैं। सोमवार को कालिकामाता मंदिर परिसर में पेड़ पर आरी चलने से उस पर बैठे कई परिदों की मौत हो गई और घोसलों में रखे उनके अंडे भी नष्ट हो गए।

इस बेशर्मी पर लानत है : रतलाम में फिर हुई हरियाली और बेजुबान परिंदों की हत्या, पार्षद पति और कालिका माता मंदिर के पुजारी पर पेड़ कटवाने का आरोप
रतलाम में हरियाली और बेजुबान परिंदों की हत्या...।

पर्यावरण मित्र और जीवदया प्रेमियों ने जताई नाराजगी, मंगलवार को कलेक्टर को सौंपेंगे ज्ञापन

महापौर पटेल बोले- मंदिर के पुजारी ने दबाव डालकर कटवाया पेड़, पेड़ काटने और कटवाने वालों पर होगी कार्रवाई

एसीएन टाइम्स @ रतलाम । मुर्दों का शहर कहे जाने वाले रतलाम में हरियाली और बेजुबान परिंदों के हत्यारों का बोलबाला है। कथित विकास की आड़ में जिद रूपी आरियां पेड़ों पर चल रही हैं जिससे उनपर आश्रित परिदों की जान पर बन गई है। ताजा मामला सोमवार को कालिकाता माता मंदिर परिसर में हरे भरे पेड़ों पर आरा चलने का है जिससे उन पर दो पल सुकून के लिए विश्राम कर रहे बगुलों और अन्य परिंदों की मौत हो गई तो कक्ष अंतिम सांसें गिनने को मजबूर है। मामले में क्षेत्र की भाजपा पार्षद के पति और कालिका माता मंदिर के पुजारी पर पेड़ कटवाने का आरोप है। इससे आक्रोशित पर्यावरण और जीवदया मित्रों ने आक्रोश जताते हुए मंगलवार को कलेक्टर को ज्ञापन देने का निर्णय लिया है। महापौर प्रहलाद पटेल ने पेड़ काटने और कटवाने वाले के विरुद्ध कार्रवाई की बात कही है।

पहले सुंदरता और नगर निगम भवन नहीं दिखाए देने के नाम पर निगम परिसर के पेड़ों और उन पर आश्रित पेड़ों की हत्या कर दी गई थी। अभी यह मामला ठंडा भी नहीं हुआ था कि गोल्ड कॉम्प्लेक्स के नाम पर निगम के ठीक सामने गांधी उद्यान के 300 से ज्यादा हरे-भरे वृक्षों की बलि ले ली गई। अन्य इलाकों में भी रोज दो-चार पेड़ों पर आरियां चल रही हैं लेकिन असंवेदनशील जिम्मेदार ऐसी किसी भी कार्रवाई को लेकर न तो प्रतिक्रिया देने को तैयार हैं और न ही कार्रवाई करने को लेकर ही गंभीर हैं। नतीजतन सोमवार को शहर के एकमात्र ठीक-ठाक इलाके कालिकामाता मंदिर परिसर के पेड़ों को चेतनाविहीन लोगों ने कटवाने में कसर नहीं छोड़ी।

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21 बड़े और 70 से अधिक नवजात और अंडे क्षतिग्रस्त

पर्यावरण मित्र एवं एडवोकेट अदिति दवेसर ने बताया कोर्ट क्षेत्र में वाहन रखने की जगह नहीं होने से वे और बेटा कालिका माता परिसर गए थे। वहां वाहन खड़ा करने और माता के दर्शन के दौरान सामाजिक कार्यकर्ता हेमंत अजमेरा सहित कुछ लोगों को आक्रोश जताते देखा। जीवदया प्रेमी हेमा हेमनानी भी मौके पर ही थीं। पास जाकर देखा तो पाया कि वहां नीम के हरे-भरे पेड़ की बड़ी टहनी की छंटनी की गई थी। इससे पेड़ पर स्थित घोंसले, उनमें बैठे परिंदों के अंडे, बच्चे और बड़े पक्षियों को क्षति पहुंची। दवेसर के अनुसार करीब 21 बड़े पक्षियों को अन्य पर्यावरण प्रेमियों और जीवदया प्रेमियों की मदद से सुरक्षित स्थान पर शिफ्ट किया। फूटे अंडे और चूजों की संख्या 70 से 75 तक भी हो सकती है।

बारिश में नहीं दे सकते परमिशन, आयुक्त पर भी हो कार्रवाई

एडवोकेट दवेसर के अनुसार यह मौसम पक्षियों के प्रजनन का है। लगभग हर पेड़ पर परिंदों के घोंषले हैं जिनमें अंडे और चूजे हो सकते हैं। ऐसे में वर्षा काल के चार महीने में पेड़ों की कंटाई-छंटाई की अनुमति नहीं दी जा सकती है। इसलिए भले ही किसी ने भी पेड़ की छंटनी के लिए दबाव दिया हो किंतु निगम प्रशासन द्वारा अनुमति नहीं दी जानी चाहिए। इसके चलते निगम आयुक्त से बात कर आपत्ति दर्ज कराई गीष दवेसर के अनुसार पेड़ कटवाने और काटने वाले के साथ ही काटने की अनुमति देने वाले पर भी कार्रवाई होनी चाहिए। इसे लेकर मंगलवार को कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा जाएगा।

एडवोकेट दवेसर, सामाजिक कार्यकर्ता अजमेरा, जीवदया प्रेमी हेमनानी, श्रेय सोनी, विशाल उपाध्याय, बबिता नागर, आर्यन सहित अन्य द्वारा तत्काल पंचनामा बना कर स्टेशन रोड थाने पर शिकायत भी दर्ज कराई गई।

पार्षद पति पर लग रहे आरोप

लोगों का आरोप है कि कालिकामाता मंदिर परिसर में पेड़ की छंटनी के निर्देश क्षेत्रीय भाजपा पार्षद स्मिता माहेश्वरी के पति राजेश माहेश्वरी द्वारा दिए गए थे। उनके कहने पर ही नगर निगम के अमले ने बिना सोचे-समझे पेड़ की डालियां काट डालीं। एसीएन टाइम्स द्वारा आरोपों को लेकर अपनी स्थिति स्पष्ट करने के लिए पार्षद पति राजेश माहेश्वरी को कॉल किया गया लेकिन उन्होंने थोड़ी देर बाद कॉल करने की बात कह कर टाल दिया। मामले में एक पूर्व महिला पार्षद के बेटे का भी नाम आ रहा है। बता दें, कि- कोरोना काल में माहेश्वरी पर ऑक्सीफ्लो मीटर की कालाबाजारी के आरोप लगे थे। तब प्रशासन के अमले ने देर रात उनकी नाहरपुरा स्थित मेडिकल शॉप पर छापा मारा था। 

पेड़ काटने और टकवाने वाले दोनों पर होगी कार्रवाई

बिल्कुल गलत हुआ है। कालिकामाता मंदिर के पुजारी द्वारा दबाव देकर पेड़ों की छटनी करवाई गई है। इसमें नगर निगम की गलती नहीं है क्योंकि माली ने मना कर दिया था। मामले में पेड़ कटवाने वाले और काटने वाले दोनों पर ही कार्रवाई होगी।

प्रहलाद पटेल, महापौर