Happy Easter 2025 : ईसा का संसार था, सेवा का संसार... -अज़हर हाशमी

ईस्टर पर ख्यात कवि और चिंतक प्रो. अज़हर हाशमी के ये दोहे प्रभु ईसा मसीह को परिभाषित करने के लिए पर्याप्त हैं। आप भी पढ़ें और दूसरों को भी पढ़ाएं..।

Happy Easter 2025 : ईसा का संसार था, सेवा का संसार... -अज़हर हाशमी
ईस्टर पर प्रो. अज़हर हाशमी के दोहे।

प्रो. अज़हर हाशमी

ईसा मसीह का अर्थ, क्षमा युक्त व्यवहार।

बैर किसी से भी नहीं, हर प्राणी से प्यार।।

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ईसा मसीह मधुरता, सत्य-सादगी-न्याय।

ईसा मसीह दरअसल, संयम के पर्याय।।

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ईसा मसीह दे गए, दुनिया को यह ज्ञान।

जो है दुर्गुण से रहित, वह सच्चा इंसान।।

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ईसा की थी ख़ासियत, रोगी का उपचार।

ईसा का संसार था, सेवा का संसार।।

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थोड़े शब्दों में यही, ईसा का संदेश।

करो सदा सद्कर्म तो, बदलेगा परिवेश।।

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(रचनाकार प्रो. अज़हर हाशमी प्रसिद्ध कवि, लेखक, व्यंग्यकार, ज्योतिषी, शिक्षाविद् हैं)