मेडिकल कॉलेज में रैगिंग : सीनियर ने जूनियर छात्रों को मारे थप्पड़, वार्डन पर शराब की बोतल भी फेंकी, देखें वीडियो...

रतलाम के सरकारी मेडिकल कॉलेज का एक वीडियो वायरल हो रहा है। बताया जा रहा है कि इसमें सीनियर छात्र जूनियर्स की रैगिंग ले रहे हैं। वीडियो में कुछ स्टूडेंट्स सामने सिर झुकाकर खड़े स्टूडेंट क थप्पड़ मार रहे हैं। कॉलेज प्रबंधन ने आरोपियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की बात कही है।

मेडिकल कॉलेज में रैगिंग : सीनियर ने जूनियर छात्रों को मारे थप्पड़, वार्डन पर शराब की बोतल भी फेंकी, देखें वीडियो...
रतलाम के सरकारी मेडिकल कॉलेज में रैगिंग।

एसीएन टाइम्स @ रतलाम । मप्र के रतलाम के शासकीय मेडिकल कॉलेज में रैगिंग का मामला सामने आया है। सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो में कॉलेज के सीनियर छात्र अपने जूनियर्स को थप्पड़ मारते दिख रहे हैं। आरोप है कि उन्होंने वार्डन से अभद्रता कर उन पर शराब की बोतलें भी फेंकी। एंटी रैगिंग कमेटी ने आरोपी छात्रों को होस्टल और कॉलेज से निष्कासित करने की अनुशंसा की है।

सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है। यह रतलाम के शासकीय मेडिकल कॉलेज  का है। वीडियो में दिखाई दे रहा है कि 6 से ज्यादा जूनियर छात्र सिर झुकाकर लाइन में खड़े हैं। सीनियर छात्र उनसे अभद्रता कर रहे हैं और उन्हें थप्पड़ भी मार रहे हैं।

आरोपी छात्रों पर आरोप है कि उन्होंने वार्डन डॉ. अनुराग जैन से भी अभद्रता की। उन पर शराब की बोतलें तक फेंकी। इसकी शिकायत कॉलेज की एंटी रैगिंग कमेटी के साथ ही दिल्ली की हेल्पलाइन पर भी की गई थी। वीडियो वायरल होने के बाद कॉलेज प्रबंधन और एंटी रैगिंग कमेटी ने जांच की। इसमें रैगिंग लेने के मामले में करीब 10 छात्रों के शामिल होने की बात सूत्र कह रहे हैं। 6-7 की पहचान भी हो चुकी है।

निष्कासित करने की अनुशंसा, पुलिस कार्रवाई पर हो रहा विचार

एंटी रिग्रेटर एवं मेडिकल कॉलेज के फिजियोलॉजी विभाग के प्रमुख प्रो. जगदीश हुंडेकर के अनुसार 28 जुलाई को मेल प्राप्त हुआ था। हेल्पलाइन पर भी शिकायत मिली थी। इसके अनुसार कॉलेज के बॉयह होस्टल के 2020 बैच के छात्र जूनियर (2021 बैच के) छात्रों के साथ अभद्रता की गई। इस पर डीन डॉ. जितेंद्र गुप्ता द्वारा जांच के लिए कहा गया था। एविडेंस के आधार पर जांच की गई जिसमें शिकायत सही पाई गई। वीडियो में 7-8 स्टूडेंट दिख रहे हैं जो दोषी हैं। कमेटी द्वारा द्वारा दोषी छात्रों को हॉस्टल से हमेशा के लिए बाहर करने और 3 माह तक क्लास से सस्पेंड करने की अनुशंसा की गई है। इसके अलावा उनके विरुद्ध पुलिस कार्रवाई करने पर भी विचार किया जा रहा है। मेडिकल कॉलेज में पुलिस चौकी होने के बाद भी बॉयज होस्टल तक शराब पहुंचने के मामले में प्रो. हुंडेकर ने अनभिज्ञता जताई। उन्होंने कहा यह जांच का विषय है।

पूर्व में भी हुई थी रैगिंग

बता दें कि- शासकीय मेडिकल कॉलेज में इससे पहले भी रैगिंग का मामला सामने आया था। तब कॉलेज प्रबंधन ने पूरे मामले को दबा दिया था। इस बार भी प्रबंधन मामला टालने का प्रयास कर रहा था लेकिन मामला दिल्ली तक पहुंच गया और वीडियो भी वायरल हो गया जिसके बात नहीं बनी।