टोल कंपनी की करतूत : 2 साल में डकार गई सरकार के 23.37 करोड़ रुपए, MPRDC ने संचालकों के विरुद्ध दर्ज करा दिया धोखाधड़ी का केस
मप्र सड़क विकास निगम (mprdc) ने उज्जैन के नीलगंगा थाने में टोल रोड कंपनी के विरुद्ध धोखाधड़ी के मामले में एफआईआर दर्ज कराई है। टोल कंपनी पर सरकार के 23.37 करोड़ हड़पने का आरोप है।
जावरा - उन्हेल रोड का रखरखाव करने वाली टॉपबर्थ इन्फ्रा प्रायवेट लिमिटेड ने किया घपला, संयुक्त खाते से निजी खाते में ट्रांसफर कर लिए रुपए
एसीएन टाइम्स @ उज्जैन / रतलाम । परिवहन के लिए अच्छी सड़क उपलब्ध कराने का ठेका लेने वाली टोल कंपनियां सरकार को चूना लगाने से बाज नहीं आ रही हैं। जावरा – उन्हेल के बीच टोल संचालित करने वाले कंपनी ने तो सरकार को 23.37 करोड़ की चूना लगा दिया। घपला उजागर होने पर मप्र सड़क विकास निगम (MPRDC) ने टोल कंपनी के संचालकों के विरुद्ध उज्जैन के नीलगंगा थाने में धोखधड़ी का केस दर्ज कराया है।
नीलगंगा थाना उज्जैन के टीआई तरुण कुरील ने एसीएन टाइम्स को बताया मप्र सडक़ विकास निगम के सहायक महाप्रबंधक दीपक पिता सालीगराम शर्मा निवासी प्रशांति एवन्यू की शिकायत दर्ज कराई है। इसमें बताया है कि नागपुर स्थित टॉपबर्थ इन्फ्रा प्रायवेट लिमिटेड कंपनी के संचालक सुरेंद्र पिता चंपालाल लोढ़ा और दीपक पिता मनोहर कटकवार हैं। दोनों ने जावरा - उन्हेल के बीच सड़क मेंटेनेंस के एवज में टोल वसूली का ठेका ले रखा था। अनुबंध के नियम के नियमानुसार कंपनी और मप्र सड़क विकास निगम का बैक में एक संयुक्त खाता (एस्क्रो अकाउंट) खोला गया था।
सहायक महाप्रबंधक शर्मा के अनुसार सडक़ की देख-रेख और मरमत के लिए खोले गए उक्त खाते में 2018 से 2020 तक करीब 45 करोड़ रुपए जमा हुए। टोल कंपनी के संचालकों लोढ़ा और कटकवार ने धोखाधड़ी कर उक्त खाते में से 23.37 करोड़ रुपए अपने निजी खाते में ट्रांसफर कर लिए। दोनों आरोपी थोड़ी-थोड़ी राशि अपने खाते में ट्रांसफर करते रहे। दोनों संचालकों द्वारा पूरी राशि हड़पने का प्रयास किया जा रहा था। इसी दौरान 2020 में ऑडिट हुआ जिसमें जालसाजी का खुलासा हो गया और वे पूरी राशि हड़पने में सफल नहीं हो पाए। घपले के पता चलते ही एमपीआरडीसी द्वारा ठेका निरस्त कर दूसरी कंपनी को काम सौंप दिया गया था।
आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए नागपुर जाएगी टीम
टीआई कुरील ने बताया एमपीआरडीसी के सहायक महाप्रबंधक की शिकायत पर दोनों आरोपी संचालकों के विरुद्ध धोखाधड़ी की धारा 420 व 409 में केस दर्ज किया है। मामला विवेचना में है। आरोपियों की तलाश की जा रही है। आरोपियों गी गिरफ्तारी गिरफ्तारी के लिए जल्द की टीम नागपुर जाएगी। आरोपियों को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।