यह कैसी गोपनीयता ? रतलाम में कक्षा 1 से 8 तक की अर्द्ध वार्षिक परीक्षा बनी मजाक, BRC कार्यालय में विद्यार्थियों ने छांटे व बांटे प्रश्नपत्र के लिफाफे !

रतलाम में चल रही अर्द्धवार्षिक परीक्षा के प्रश्न पत्र वितरण के दौरान गोपनीयता भंग होने का कथित मामला सामने आया है। यहां जनशिक्षकों और शिक्षकों के अलावा स्कूली बच्चे भी प्रश्न पत्र के लिफाफों के साथ खेलते देखे गए।

यह कैसी गोपनीयता ? रतलाम में कक्षा 1 से 8 तक की अर्द्ध वार्षिक परीक्षा बनी मजाक, BRC कार्यालय में विद्यार्थियों ने छांटे व बांटे प्रश्नपत्र के लिफाफे !
रतलाम शहर के शासकीय नवीन कन्या हायर सेकंडरी स्कूल में छात्राएं प्रश्न पत्र के लिफाफों के साथ।

एसीएन टाइम्स @ रतलाम । हर परीक्षा में प्रश्नपत्रों को लेकर गोपयनीता बरती जाती है लेकिन रतलाम में यह मजाक बन कर रह गई। रतलाम बीआरसी कार्यालय में स्कूलों के लिए प्रश्नपत्र वितरण के दौरान जनशिक्षकों के साथ ही विद्यार्थियों की भी ड्यूटी लगा दी। यहां विद्यार्थी भी प्रश्नपत्र के लिफाफों छांटते और बांटते नजर आए। चौंकाने वाली बात यह है कि जिन पर इसकी गोपनीयता बनाए रखने की जिम्मेदारी है, उन्होंने खुद इन बच्चों को बुलाया था।

जानकारी के अनुसार जिला शिक्षा केंद्र से जिला परियोजना समन्वयक द्वारा स्कूलों को उपलब्ध करवाने के लिए प्रश्नपत्र छपवाकर बीआरसी कार्यालय भेजे जाते हैं। इन बीआरसी कार्यालयों से परीक्षा प्रभारी की देख-रेख में प्रश्नपत्र जनशिक्षा केंद्रों के माध्यम से उनके अधीन स्कूलों को पहुंचते हैं। इसी प्रक्रिया के तहत रतलाम शहर बीआरसी कार्यालय से भी पिछले दिनों 16 दिसंबर को शुरू होने वाली कक्षा 1 से 8 तक की अर्द्ध वार्षिक परीक्षा के प्रश्नपत्रों का वितरण किया गया। 

प्रश्नपत्र वितरण  के दौरान शहर के विभिन्न जन शिक्षा केंद्रों के जन शिक्षक भी पहुंचे थे। यहां प्रश्नपत्र लेने सिर्फ जन शिक्षकों को ही आने की अनुमति थी लेकिन यहां इसी परिसर में लगने वाले स्कूल की छात्राएं भी प्रश्नपत्र के लिफाफों के साथ खेलती और हाथों में लेकर घूमती नजर आईं। सूत्र बताते हैं कि छात्राओं को खुद परीक्षा प्रभारी द्वारा बुलाया गया था जो शासकीय नवीन कन्या हायर सेकंडरी स्कूल स्थित जनशिक्षा केंद्र सहित अन्य जन शिक्षा केंद्रों की जन शिक्षकों की मदद के लिए आईं थीं।

बड़ा सवाल ? वार्षिक परीक्षा में न हो जाए ऐसी गोपनीयता से खेल

हालांकि, यह अर्द्ध वार्षिक परीक्षा है लेकिन गोपनीयता तो फिर भी हर परीक्षा का अनिवार्य हिस्सा है। जो जिम्मेदार अर्द्ध वार्षिक परीक्षा में गोपनीयता नहीं बरत रहे वे मुख्य परीक्षाओं में भी बरतेंगे, इसकी संभावना कम ही लगती है। अगर कहीं ऐसे लोगों की ड्यूटी पीएससी, आईईटी या अन्य महत्वपूर्ण परीक्षाओं में लगा दी जाएं तो उस परक्षा का हस्र क्या होगा, यह सिर्फ अंदाजा ही लगाया जा सकता है।

जिम्मेदारों का यह है कहना

परीक्षा कोई भी हो, संवेदनशील विषय है। गोपनीयती इसकी पहली शर्त है। अर्द्ध वार्षिक परीक्षा के प्रश्न-पत्र वितरण में गोपनीयता भंग होने जैसा कोई मामला मेरी जानकारी में नहीं आया है। यदि ऐसा कुछ हुआ है तो यह गंभीर है। इस बारे में संज्ञान लेकर उच्चाधिकारियों को भी अवगत कराया जाएगा। 

प्रणव कुमार द्विवेदी, बीआरसी- रतलाम 

परीक्षा के लिए प्रश्न पत्र ब्लॉक से जनशिक्षा केंद्र भेजे जाते हैं। वहां से जनशिक्षकों के माध्यम से स्कूलों को प्रदान किए जाते हैं। वहां बच्चों की उपस्थित समझ से परे है। हां, स्कूलों में प्रश्न पत्र खोलते समय जरूर कुछ बच्चों के हस्ताक्षर करवाए जाते हैं। 

धर्मेंद्र सिंह, डीपीसी- रतलाम