Tag: श्री रत्नेशमुनिजी
प्रवृत्ति बदलोगे तो प्रकृति बदल जाएगी लेकिन लोग प्रवृत्ति...
नवकार भवन में रविवारीय विशेष प्रवचन देते हुए आचार्य श्री विजयराजजी म. सा. ने लोगों...
‘हृदय में डोर, नहीं तो इनडोर बनाओ, पर दीवार मत बनाओ, दुर्मति...
आचार्य श्री विजयराजजी म.सा. के चातुर्मासिक प्रवचन रतलाम के समता शीतल पैलेस में जारी...