बड़ी खबर : मेडिकल कॉलेज डीन और डॉक्टरों में मारपीट ! मेडिकल टीचर्स एसोसिएशन अध्यक्ष सहित तीन डॉक्टरों के खिलाफ केस दर्ज, एसोसिएशन ने किया हड़ताल का ऐलान

रतलाम से शासकीय मेडिकल कॉलेज के डीन और चिकित्सा शिक्षकों (डॉक्टरों) के बीच मारपीट का मामला सामने आया है। डीन की रिपोर्ट पर पुलिस ने कॉलेज के तीन डॉक्टरों के विरुद्ध केस दर्ज किया है। चिकित्सा शिक्षकों ने डीन को हटाने की मांग को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल का ऐलान कर दिया है।

बड़ी खबर : मेडिकल कॉलेज डीन और डॉक्टरों में मारपीट ! मेडिकल टीचर्स एसोसिएशन अध्यक्ष सहित तीन डॉक्टरों के खिलाफ केस दर्ज, एसोसिएशन ने किया हड़ताल का ऐलान
रतलाम के सरकारी मेडिकल कॉलेज के डीन और डॉक्टरों में विवाद।

मेडिकल कॉलेज के सह प्राध्यापक (निश्चेतना) डॉ. राहुल मैड़ा की प्रसूता पत्नी को प्राइवेट वार्ड में भर्ती करने से रोकने को लेकर हुआ विवाद

एसीएन टाइम्स @ रतलाम । स्व. डॉ. लक्ष्मीनारायण पांडेय शासकीय मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. जितेंद्र गुप्ता और मेडिकल टीचर्स एसोसिएशन (एमटीए) अध्यक्ष डॉ. प्रवीणसिंह बघेल सहित अन्य डॉक्टरों में विवाद हो गया। मामला मारपीट तक पहुंच गया। डीन डॉ. गुप्ता की रिपोर्ट पर औद्योगिक क्षेत्र पुलिस ने डॉ. बघेल सहित अन्य डॉक्टरों के विरुद्ध विभिन्न धाराओं में केस दर्ज कर लिया है। मामले में एमटीए अध्यक्ष डॉ. बघेल सहित अन्य ने बुधवार से हलड़ताल पर जाने का ऐलान किया है।

मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. जितेंद्र गुप्ता मंगलवार रात को पत्नी डॉ. रेखा गुप्ता के साथ औद्योगिक क्षेत्र पुलिस थाने पहुंचे। उन्होंने पुलिस को बताया कि वे मेडिकल कॉलेज कैम्पस में प्रोफेसर बिल्डिंग के 204-डी ब्लॉक में रहते हैं। डॉ. गुप्ता के अनुसार 12 दिसंबर, 2023 को मेडिकल कॉलेज के सह प्राध्यापक (निश्चेतना) डॉ. राहुल मैड़ा की पत्नी को कॉलेज में ही प्रसव हुआ। डॉ. मैड़ा ने इसकी जानकारी विभागाध्यक्ष को दिए बिना ही प्रसव करवा लिया और बिना किसी पूर्वानुमति के प्रायवेट वार्ड में शिफ्ट कर दिया। किसी प्रकार की सुविधा नहीं होने से उक्त प्रायवेट वार्ड बंद था। इसलिए डॉ. गुप्ता ने डॉ. मैड़ा को उनकी पत्नी को प्रायवेट वार्ड के बजाय प्रसूति वार्ड में ही शिफ्ट करने के लिए कहा था।

घर में घुस कर मारपीट करने का आरोप

डॉ. गुप्ता के अनुसार रात को करीब 8.10 बजे वे और उनकी पत्नी रेखा गुप्ता कॉलेज कैंपस स्थित अपने आवास में थे। तभी घर की डोरबेल बजी। इससे उन्होंने दरवाजा खोला तो सामने मेडिकल कॉलेज में ही पदस्थ प्रोफेसर डॉ. प्रवीणसिंह बघेल, डॉ. शैलेन्द्र डावर और डॉ. शैलेन्द्र चौहान खड़े थे। डॉ. गुप्ता का आरोप है कि तीनों डॉक्टर उनसे विवाद करते हुए गाली-गलौच करने लगी। वे घर के अंदर घुस गए और डॉ. गुप्ता के साथ मारपीट करने लगे। यह देख पत्नी डॉ. रेखा गुप्ता बीच-बचाव करने पहुंची तो आरोपी डॉक्टरों ने उनके साथ भी धक्का-मुक्की कर गाली-गलौच की। पूरी घटना पड़ौसी कोमल लिखार ने भी देखी। तीनों आरोपी जाते-जाते बोल गए कि आइंन्दा स्टाफ के लोगों को प्रायवेट वार्ड में भर्ती करने से मना किया तो वे उन्हें (डॉ. गुप्ता को) जान से खत्म कर देंगे। डॉ. गुप्ता दंपति की शिकायत पर औद्योगिक क्षेत्र पुलिस ने डॉ. प्रवीणसिंह बघेल, डॉ. शैलेंद्र डावर और डॉ. शैलेंद्र के खिलाफ भा.दं.वि. की विभिन्न धाराओं में प्रकरण दर्ज किया है।

डीन पर लगाया प्रताड़ित करने का आरोप, नहीं हटाने तक हड़ताल का ऐलान

उधर, मेडिकल टीचर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. बघेल और उनके समर्थक अन्य डॉक्टर भी थाने पहुंच गए। उन्होंने थाने पर डीन डॉ. गुप्ता के विरुद्ध लिखित शिकायत दी। डॉक्टरों ने डीन के खिलाफ नारेबाजी कर उन्हें हटाने की मांग भी की। एसोसिएशन का आरोप है कि डॉ. मैड़ा की पत्नी का प्रसूति वार्ड में प्रसव होने के बाद से ही डीन द्वारा प्रताड़ित किया जा रहा था। उनका कहना था कि डॉ. मैड़ा ने मुझसे बिना पूछे अपनी बीवी को चिकित्सालय में कैसे भर्ती किया। उन्होंने नर्सिंग स्टाफ को मौखिक निर्देश दिया गया कि वे डॉ. मैड़ा की पत्नी को इंजेक्शन एवं दवाइयां भी नहीं दें। इससे परेशान होकर डॉ. मैड़ा को पत्नी को अन्यत्र चिकित्सालय ले जाना पड़ा।

एमटीए के अनुसार जब इस बारे में एमटीए पदाधिकारी डीन डॉ. गुप्ता से बात करने पहुंचे तो वे शराब के नशे में गाली-गलौच करने लगे। उन्होंने एमटीए अध्यक्ष डॉ. प्रवीणसिंह बघेल से झूमा-झटकी भी की। एमटीए का आरोप है कि डॉ. गुप्ता ने अपने प्रभाव का प्रयोग कर डॉ. प्रवीणसिंह बघेल, डॉ. शैलेन्द्र डावर एवं डॉ. शैलेन्द्र चौहान के विरुद्ध थाने में झूठी शिकायत दर्ज करवाई है। इस तानाशाही पूर्ण रवैये से सभी चिकित्सा शिक्षक आहत हैं। उन्होंने ऐलान किया है कि जब तक डॉ. गुप्ता को डीन पद से नहीं हटाया जाता तब तक सभी अनिश्चतकालीन हड़ताल पर रहेंगे।