ये नेता नहीं, सेवक हैं... इसलिए अपनी घोषणाएं थोपेंगे नहीं, बल्कि आपसे ही सुझाव लेकर जनता का घोषणा-पत्र बनाएंगे, आप इस नंबर पर बता सकते हैं अपनी अपेक्षाएं

‘हम तैयार हैं बदलाव के लिए’ के संकल्प के साथ रतलाम ग्रामीण विधानसभा से निर्दलीय प्रत्याशी डॉ. अभय ओहरी ने जनता का घोषणा पत्र तैयार करने के लिए एक मोबाइल नंबर जारी किया है। विधानसभा क्षेत्र के लोग इस पर अपने सुझाव साझा कर सकते हैं।

ये नेता नहीं, सेवक हैं... इसलिए अपनी घोषणाएं थोपेंगे नहीं, बल्कि आपसे ही सुझाव लेकर जनता का घोषणा-पत्र बनाएंगे, आप इस नंबर पर बता सकते हैं अपनी अपेक्षाएं
डॉ. अभय ओहरी, निर्दलीय प्रत्याशी एवं जयस नेता- रतलाम ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र।

डॉ. अभय ओहरी ने आजन से मांगे सुझाव, इस नंबर पर बताएं अपनी समस्या, सुझाव और अपेक्षाएं 

एसीएन टाइम्स @ रतलाम । डॉ. अभय ओहरी, आमजन के भरोसे का एक नाम। यह नेता नहीं, बेटा है और जनसेवक है जिसे लोगों की अपेक्षाओं और समस्याओं की चिंता है। इसलिए डॉ. ओहरी ने अपनी घोषणाएं थोपने का नहीं, बल्कि लोगों से ही उनकी समस्याएं, सुझाव और अपेक्षाएं जान कर ‘जनता का घोषणा-पत्र’ बनाने का फैसला लिया। इसके लिए उन्होंने मोबाइल नंबर भी जारी किया है।

रतलाम ग्रामीण से निर्दलीय प्रत्याशी जयस नेता डॉ. अभय ओहरी की चुनावी तैयारियां जारी हैं। उनके जनसपंर्क अभियान "हम तैयार हैं बदलाव के लिए" को ग्रामीणों का भरपूर समर्थन व आशीर्वाद भी मिल रहा है। घर - घर दस्तक तो दे ही रहे हैं, चौपाल बैठकें आयोजित कर राय-मशविरा भी कर रहे हैं। बुधवार शाम को लुनेरा गांव पहुंचे तो जयस कार्यकर्ताओं की चौपाल बैठक आयोजित कर ली। कहने के डॉ. ओहरी रतलाम ग्रामीण विधानसभा के एक प्रत्याशी हैं लेकिन युवाओं के लिए तो वे भाई जैसे हैं। इसलिए, खुल कर अपनी बात रख रहे हैं।

इस नंबर पर बताएं अपनी उम्मीदें और समस्याएं

डॉ. अभय ओहरी ने अपना घोषणा-पत्र जारी करने से पहले आमजन से ही उनके सुझाव मांगे हैं। इसके लिए एक मोबाइल नंबर 8982752824 भी जारी किया है। आपको लगता है कि डॉ. ओहरी का घोषणा-पत्र महज औपचारिकता न होकर आपकी उम्मीदों पर खरा उतरे तो बगैर देर किए इस नंबर पर अपनी समस्या, अपेक्षा और यदि किसी समस्या का समाधान भी हो तो वह भी दे दीजिए। आप अपने क्षेत्र का विकास कैसा चाहते हैं, यह खुद ही बता दीजिए।

घोषणा पत्र जुमलेबाजी का पुलिंदा नहीं 'अभय वचन' पत्र होगा

डॉ. अभय ओहरी का कहना है कि हमारा घोषणा-पत्र कोई जुमलेबाजी का पुलिंदा नहीं होगा बल्कि वे ‘अभय वचन’ होंगे जिन्हें वे हर हाल में निभाएंगे। इसलिए हमने अपने घोषणा-पत्र को "जनता का घोषणा पत्र" नाम दिया है। ग्रामीण मेरे लिए केवल जनता नहीं बल्कि मेरा परिवार है और यह पूरा परिवार मेरे साथ है। डॉ. ओहरी ने ग्रामीणों पर भरोसा जताया है कि वे मतदान के दिन अपना आशीर्वाद देकर संबल जरूर प्रदान करेंगे। गरीब व्यक्ति, किसान, महिलाएं सहित सभी वर्ग भाजपा के लंबे कुशासन से परेशान हैं। इस कारण ही इस बार "हम तैयार है बदलाव के लिए"।