आत्महत्या या हत्या ? लेस व्यापारी दर्शन चौपड़ा पर पत्नी के पिता व भाई ने लगाया हत्या का आरोप, कहा- बेटी को मानसिक व शारीरिक रूप से प्रताड़ित करते थे ससुराल वाले
लेस व्यापारी दर्शन चौपड़ा पर अपनी पत्नी पूर्वी की हत्या का आरोप उनके ससुराल पक्ष ने लगाया है। पूर्वी के परिजन का कहना है कि उनकी बेटी को शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जाता था।
एसीएन टाइम्स @ रतलाम । शहर के लेस व्यापारी दर्शन चौपड़ा पर उनके ससुराल पक्ष के लोगों ने गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि हमारी बेटी पूर्वी ने आत्महत्या नहीं की, बल्कि उसकी साजिश के तहत हत्या की गई है। मृतका के परिजन का आरोप है कि पूर्वी को ससुराल में लंबे समय से मानसिक और शारीरिक रूप से प्रातिड़ित किया जा रहा था। इससे वह हमेशा डरी-सहमी रहती थी।
लेस व्यापारी दर्शन चौपड़ा पर ये आरोप उनकी पत्नी के पिता अरविंद और बड़े भाई अर्पित संघवी ने लगाए हैं। उनका कहना है कि बेटी पूर्वी की शादी 2 मई 2022 को दर्शन से हुई थी। कुछ दिन तक सब कुछ ठीक रहा उसके बाद ससुराल वालों ने पूर्वी को प्रताड़ित शुरू कर दिया। इससे कई बार उसे अपने घर मंदसौर लेकर आ जाते थे। इसके बाद वह कई-कई दिन तक हमारे साथ ही रहती थी। बाद में दर्शन और परिवार के अन्य सदस्य आकर पूर्वी को रतलाम ले जाते थे। हर बार वे उसे ठीक से रखने और प्रताड़ित नहीं करने के लिए आश्वस्त भी करते थे। पूर्वी के परिजन का आरोप है कि उसकी ससुराल वाले उससे कई बार यह तक कहते थे कि तू मायके से लाई ही क्या है।
बड़े भाई अर्पित ने एसीएन टाइम्स के कहा कि बहन पूर्वी किसी भी स्थिति में आत्महत्या जैसा कदम नहीं उठा सकती है। पूर्वी एम.कॉम. प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण थी। उसने जैन समाज की 2022 में हुई एक राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगी परीक्षा उत्तीर्ण कर प्रथम पुरस्कार प्राप्त किया था। पुरस्कार लेने के लिए पूर्वी के साथ बहनोई दर्शन भी गुजरात गए थे। धर्म-कर्म में रुचि रखने वाला ऐसा व्यक्ति आत्महत्या नहीं कर सकता।
मानसिक रोग और तीन दिन मायके से आने की बात झूठी
अर्पित के अनुसार पूर्वी को पति दर्शन और ससुराल वाले जबरन मानसिक रोगी साबित करने का प्रयास करते थे। वे छोटी-छोटी गलती को भी बड़ा बनाकर पेश करते थे और हर बात पर कहते थे कि तू पागल है। अर्पित ने पूर्वी के निधन से तीन दिन पूर्व मायके मंदसौर से रतलाम लौटने की बात को भी छूठ करार दिया है। उन्होंने कहा है कि वह गत 23 सितंबर को ही मायके से अपनी ससुराल आ गई थी। इससे स्पष्ट होता है कि पूर्वी ने आत्महत्या नहीं की गई बल्कि उसकी साजिशन हत्या की गई है।
इकलौती बहन को मिले न्याय
अर्पित संघवी ने कहा है कि उनके लिए उनकी छोटी बहन सबकुछ थी। बह हमेशा डरी-सहमी सी रहती थी, ऐसा लगता था जैसे उसे किसी ने डरा-धमका रखा था। उससे कुछ पूछने पर वह खुलकर कुछ बोल भी नहीं पाती थी लेकिन उसके साथ ससुराल में जो बीत रहा था वह उसके हाव-भाव से साफ नजर आता था। शनिवार को पूर्वी ने कॉल किया था तब भी वह काफी डरी हुई थी। संघवी के अनुसार उन्हें पुलिस से निष्पक्ष जांच की आस है। वे चाहते हैं कि बहन पूर्वी को उचित न्याय मिले।
सीएसपी कर रहे मामले की जांच
बता दें कि- शनिवार को 27 वर्षीय पूर्वी का शव शास्त्रीनगर स्थित मकान की तीसरी मंजिल पर दुपट्टे से बने फंदे से लटका मिला था। घटना के दौरान घर के सभी दरवाजे खुले होने और सास, ससुर और ननद घूमने के लिए महाराष्ट्र के लोनावला में होने की बात सामने आई थी। पति दर्शन ने पुलिस को पूर्वी के डिप्रेशन का उपचार चलने की बात भी कही थी। इससे पुलिस ने प्रथमदृष्टया मामला आत्महत्या का मानते हुए जांच शुरू की थी। मृतका के परिजन द्वारा ससुराल पक्ष पर प्रताड़ना का आरोप लगाए जाने से अब मामले की जांच सीएसपी अभिनव वारंगे द्वारा की जा रही है। सीएसपी वारंगे के अनुसार अभी जांच जारी है। जांच हर पहलू को ध्यान में रख कर की जा रही है।