मंचन जीवन के यथार्थ का : बच्चों ने विषमताओं और आर्थिक मजबूरियों के कारण छिनते बचपन की दी जीवंत प्रस्तुति तो द्रिवित हुए मन, छलक पड़ीं आंखें
सीएम राइज विनोबा स्कूल रतलाम के 10 दिवसीय समर कैंप ‘स्पंदन’ का समारोहपूर्वक समापन हुआ। इस मौके पर विद्यार्थियों ने नाटक की जीवंत प्रस्तुत देकर सभी को प्रभावित किया। अतिथियों ने कैंप में शामिल रहे विद्यार्थियों को प्रशस्ति पत्र प्रदान किए।
सीएम राइज विनोबा विद्यालय में 10 दिनी समर कैंप ‘स्पंदन’ का समारोह पूर्वक समापन
एसीएन टाइम्स @ रतलाम । जिन हाथों में स्लेट, पेंसिल, कॉपी किताबें और मन में आकाश छूने की उम्मीद और उत्साह होना चाहिए उनमें भिक्षा का पात्र देखना किसे अच्छा लगता है। ऐसे हाथ शराब की बोतलें, ताश के पत्ते और लोहे को पीटने वाले हथौड़े थाम लें तो यह हमारे लिए चिंता का विषय है। बच्चों से उनका बचपन, उम्मीदें, उत्साह छीनने वाले ऐसे दृश्य देख कर किसी का भी दिल पसाज सकता है और आंख नम हो सकती है।
रतलाम के सीएम राइज विनोबा विद्यालय में शुक्रवार को ऐसा ही हुआ। यहां मौजूद हर खास और आम भाव-विभोर हो गया, उनकी आंखें छलक पड़ीं। शहर की आंबेडकर बस्ती में स्थित इस विद्यालय में 1 से 10 मई तक आयोजित समर कैंप ‘स्पंदन’ का समापन समारोह हुआ। मुख्य अतिथि रतलाम प्रेस क्लब के अध्यक्ष मुकेश पुरी गोस्वामी, विशेष अतिथि रंगकर्मी कीर्ति शर्मा, विशिष्ट अतिथि जनवादी लेखक संघ के अध्यक्ष रणजीत सिंह राठौर और जिला खेल प्रशिक्षक दीपेंद्र सिंह ठाकुर रहे। इस मौके पर 10 दिनी कैंप के दौरान संस्था के शिक्षकों के कुशल मार्गदर्शन में निखरी प्रतिभाओं ने अपने हुनर का प्रदर्शन किया।
मुख्य अतिथि ने दिया 1 हजार रुपए का पुरस्कार
विशेष आकर्षण रहा थिएटर गतिविधि के दौरान प्रशिक्षक हर्षिता सोलंकी के मार्गदर्शन में कक्षा 9 से 12 तक के विद्यार्थियों द्वारा प्रस्तुत किया गया नाटक रहा। नाटक की विषय वस्तु रही बाल श्रम और गरीबी से जूझते परिवारों की मजबूरी और इससे उनके बच्चों से दूर होती शिक्षा की रोशनी। नाटक में शामिल कई बच्चे इसी विषय वस्तु को यथार्थ में जी चुके हैं, इसलिए उनका अभिनय भी जीवंत रहा। नाटक का कथानक तो मजबूत रहा ही, प्रस्तुत गीत के बोल भी देखने वालों दिलो-दिमाग पर असर छोड़ रहे थे। दर्शक दीर्घा में बैठे अतिथि और अभिभावक भी अपने आंसू रोक नहीं पाए। प्रस्तुति इतनी प्रभावी थी कि मुख्य अतिथि गोस्वामी भी द्रवित हो गए, उन्होंने विद्यार्थियों को प्रोत्साहित करते हुए 1 हजार रुपए का नगद पुरस्कार प्रदान किया।
विषमताओं से प्रभावित होकर लक्ष्य को नहीं भूलें- मुकेश पुरी गोस्वामी
समापन समारोह को संबोधित करने के दौरान मुख्य अतिथि मुकेश पुरी गोस्वामी भावुक हो गए। उन्होंने कहा कि बच्चों में भी असीम प्रतिभाएं हैं और संभावनाएं हैं। इन्हें तराशकर जिस तरह सीएम राइज विनोबा स्कूल निखार रहा है, वैसा अन्य जगहों पर भी होने लगे तो समाज को नई दिशा मिल सकेगी। यह इस बस्ती और शहर की अच्छी किस्मत तथा सरकार का अभिनव प्रयास है कि निचले से निचले तबके के बच्चों को भी ऐसा अवसर मिल रहा है कि वे निजी स्कूलों को भी पीछे छोड़ रहे हैं। कई बच्चों को मजदूरी, घर पर काम और तमाम अभावों से रोज सामना करना पड़ता है, लेकिन मन में इच्छशक्ति हो और उन्हें प्रेरित किया जाए तो उनका भविष्य संवर सकता है। इसमें समाज को भी भूमिका निभानी होगी। कई बार यह भी देखने में आता है कि तमाम विषमताओं में हम लक्ष्य को भूला जाते हैं ठीक उसी कहानी की तरह कि- आए तो थे हरि भजन को, लेकिन ओटन लागे कपास। गोस्वामी ने विद्यार्थियों को यह कहानी भी सुनाई।
‘स्टाफ और बच्चों की मेहनत ले जाएगी सकारात्मक ऊंचाई तक’
विशेष अथिति प्रसिद्ध रंगकर्मी कीर्ति शर्मा ने कहा कि स्कूल के सभी स्टाफ और बच्चों द्वारा अलग हटकर जो मेहनत की जा रही है, उसका परिणाम बच्चों के उज्जवल भविष्य के रूप में देश को भी सकारात्मक ऊंचाई तक ले जाएगा। विशिष्ट अतिथि जनवादी लेखक संघ के अध्यक्ष रणजीतसिंह राठौर ने कहा कि स्कूल में सामान्य परिवारों से मजदूरों के बीच से आने वाले बच्चों में छिपी प्रतिभाएं और आ रहे सुधार को देखकर गर्व का भाव आता है। जिला खेल प्रशिक्षक दीपेंद्र सिंह ठाकुर और पत्रकार अदिति मिश्रा ने भी स्कूल गतिविधियों की प्रशंसा की। वरिष्ठ पत्रकार नीरज शुक्ला एवं विजय मीणा ने अपने अनुभव साझा करते हुए संस्था के प्रबंधन और स्टाफ के प्रयासों की भूरि-भूरि प्रसंशा की।
इस गतिविधियों का भी हुआ प्रदर्शन
समर कैंप के समापन समारोह से पहले लॉन्ग जम्प प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसका शुभारंभ अतिथियों ने हरी झंडी दिखाकर किया। खेल प्रशिक्षक प्रह्लाद बैरागी के निर्देश पाते ही अलग-अलग श्रेणियों में विद्यार्थियों ने लॉन्ग जंप का प्रदर्शन किया।
इसके बाद आर्ट-एंड क्राफ्ट गतिविधि की प्रशिक्षक सरिता राजपुरोहित ने 10 दिनों तक विद्यार्थियों द्वारा सीखे गए हुनर के बारे में बताया। उन्होंने बच्चों द्वारा तैयार की गई ड्राइंग, पेंटिंग, आर्ट एंड क्राफ्ट की प्रदर्शनी का अवलोकन भी अतिथियों को कराया।
प्रशस्ति-पत्र देकर किया सम्मानित
समापन समारोह में सर्वप्रथम अतिथियों का स्वागत प्राचार्य संध्या वोहरा, उप प्राचार्य गजेंद्र सिंह राठौर सहित अन्य शिक्षक-शिक्षिकाओं ने किया। समर कैंप प्रभारी हिना शाह ने प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। अंत में विभिन्न विधाओं में भाग लेने वाले विद्यार्थियों एवं मार्गदर्शक शिक्षकों को अतिथियों ने प्रशस्ति-पत्र वितरित किए। समर कैंप आयोजित करने में कविता वर्मा, सीमा चौहान एवं अमित झा की भूमिका उल्लेखनीय रही।
बस्ती में भी होगा नाटक का मंचन
उप प्राचार्य गजेंद्र सिंह राठौर ने बताया कि विद्यार्थियों ने महज 9 दिन की मेहनत में नाटक तैयार किया। आखिर का 27 सेकंड का दृश्य ऐसा था जिसके लिए उन्हें कोई स्क्रिप्ट नहीं दी गई थी, उन्हें कहा गया था कि वे जो भी करना चाहें, करें और उन्होंने सच में कमाल कर दिया। राठौर के अनुसार आने वाले दिनों में नाटक का मंचन पास की बस्ती में किया जाएगा। ऐसा करने के पीछे उद्देश्य आर्थिक परेशानियों से जूझते परिवारों को संबल देना और उन्हें अपने बच्चों को स्कूल भेजने के लिए प्रेरित करना है।