जनशिक्षक से मारपीट के मामले में BRC विवेक नागर सहित दो गिरफ्तार, 5 माह पूर्व BRC कार्यालय में हुआ था विवाद, जमानत याचिका खारिज होने पर हुई गिरफ्तारी

अजाक पुलिस ने 5 माह पूर्व जनशिक्षक के साथ मारपीट करने के मामले में रतलाम के बीआरसी विवेक नागर सहित दो लोगों को गिरफ्तार किया है।

जनशिक्षक से मारपीट के मामले में BRC विवेक नागर सहित दो गिरफ्तार, 5 माह पूर्व BRC कार्यालय में हुआ था विवाद, जमानत याचिका खारिज होने पर हुई गिरफ्तारी
रतलाम बीआरसी विवेक नागर गिरफ्तार।

एसीएन टाइम्स @ रतलाम । जिला शिक्षा केंद्र स्थित बीआरसी कार्यालय में पदस्थ एक जनशिक्षक के साथ मारपीट के आरोप में बीआरसी विवेक नागर एवं गोपाल शर्मा नामक कर्मचारी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। मामला करीब 5 महीने पूर्व का है। जनशिक्षिक की ओर से ने नागर के विरुद्ध अजाक थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई थी। मामले में आरोपियों की ओर से जमानत याचिका प्रस्तुत की गई थी जो न्यायालय ने खारिज कर जेल भेजने के आदेश दिए।

गुरुवार को जिला शिक्षा केंद्र और शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया जब पुलिस ने बीआरसी विवेक नागर को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तारी 5 माह पुराने एक मामले में अजाक थाना पुलिस ने की है। जानकारी के अनुसार विगत 15 मार्च को पलसोड़ी के जनशिक्षक रमेशचंद्र बोरिया ने शुभम श्री कॉलोनी निवासी पुत्र अमन के साथ अजाक थाने पहुंच कर रिपोर्ट दर्ज करवाई थी। उन्होंने पुलिस को बताया था कि 13 मार्च को अपराह्न करीब 4.30 बजे रमेशचंद्र बोरिया रतलाम बीआरसी कार्यालय में निरीक्षण पुस्तिका देने गए थे।

वहां से रवाना होने के बाद कॉलेज रोड पर बीआरसी कार्यालय में पदस्थ कर्गोमचारी पाल शर्मा व एक अन्य व्यक्ति मिला। उन्होने बोरिया से कहा कि आपको साहब कार्यालय में बुला रहे हैं। उन्होंने बोरिया को मोबाइल फोन भी ले लिया। बोरिया कार्यालय पहुंचे जहां गोपाल शर्मा व अन्य साथी विवाद कर अपशब्द कहने लगे। जातिसूचक शब्दों का प्रयोग भी किया। दोनों ने बोरिया के साथ मारपीट शुरू कर दी। तभी बीआरसी विवेक नागर भी पहुंच गए और उन्होंने भी मारपीट शुरू कर दी।

जानकारी मिली तो बेटा पहुंचा कार्यालय

जनशिक्षक बोरिया के साथ मारपीट की जानकारी उनके पुत्र अमन को मिली तो वह बीआरसी कार्यालय पहुंचा। अमन ने बताया उसे जानकारी उसके गोपाल अंकल से मिली थी। वह बीआरसी कार्यालय पहुंचा तो वहां पिता जनशिक्षक बोरिया लहू-लुहान बेसुध पड़े थे। अमन उन्हें लेकर घर पहुंचा जहां से वह अपने चाचा राकेश बोरिया के साथ पिता रमेशचंद्र को लेकर जिला अस्पताल पहुंचा। अस्पताल में दो दिन उपचार के बाद अमन और रमेशचंद्र ने थाने पहुंच कर रिपोर्ट दर्ज कराई थी। पुलिस ने तीनों आरोपियों के विरुद्ध भादंवि की धारा 32, 294, 34, अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति (नृशसता निवारण( अधनियम  की धारा 3(1)(द), 3(1)(ध), 3(2)(va) के तहत प्रकरण पंजीबद्ध किया था।

जमानत याचिका हो गई खारिज

जानकारी के अनुसार गुरुवार को पुलिस ने मामले में आरोपियों के विरुद्ध न्यायालय में चालान पेश किया था। आरोपी बीआरसी नागर की ओर से जमानत का आवेदन भी पेश किया गया लेकिन वह न्यायालय ने निरस्त कर दिया जिसके बाद पुलिस ने बीआरसी नागर को गिरफ्तार कर लिया।