डीआरएम सिन्हा ने किया वीरांगना लक्ष्मीबाई झांसी - ललितपुर - आगासोद रेल खंड का निरीक्षण, संरक्षा व गुणवत्ता के साथ काम पूरे करने के दिए निर्देश
डीआरएम दीपक कुमार सिन्हा ने वीरांगना लक्ष्मीबाई झांसी से आगासोद तक रेलखंड का निरीक्षण कर अधिकारियों को व्यवस्थाओं में सुधार के निर्देश दिए।
एसीएन टाइम्स @ ललितपुर / झांसी । नवागत मंडल रेल प्रबंधक (DRM) दीपक कुमार सिन्हा ने वीरांगना लक्ष्मीबाई झांसी से आगासोद तक रेलवे ट्रैक का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने ललितपुर सहित अन्य स्टेशनों के सर्कुलेटिंग एरिया का जायजा भी लिया। उन्होंने स्टेशन पर तीसरी लाइन का निरीक्षण भी किया।
वीरांगना लक्ष्मीबाई झांसी - ललितपुर - आगासोद खंड का निरीक्षण मंडल रेल प्रबंधक सिन्हा ने गाड़ी संख्या 12002 शताब्दी एक्सप्रेस के इंजिन से किया। वीरांगना लक्ष्मीबाई झांसी से ललितपुर तक स्टेशनों, रेलवे ट्रैक और अन्य संस्थापनों का जायजा लेने के दौरान ट्रेन के लोको पायलटों से संरक्षित यात्रा के लिए उनकी कार्य प्रणाली भी परखी। तदुपरांत ललितपुर स्टेशन पहुंचकर उन्होंने स्टेशन के सर्कुलेटिंग एरिया में चल रहे विकास कार्य देखे। उन्होंने रिटायरिंग रूम, वेटिंग रूम, कैटरिंग स्टॉल, पार्सल आदि यात्री सुविधाएं भी जांची। सफाई को और बेहतर बनाने, चल रहे कार्य समय सीमा में संरक्षा के उच्च मानदंडों के साथ पूरा करने के निर्देश संबंधित विभाग को दिए। ललितपुर स्टेशन पर मीडिया से चर्चा के दौरान सर्कुलेटिंग एरिया को दूसरी ओर तक जोड़ने की बात भी कही। उन्होंने स्टेशन पर तीसरी लाइन का भी सघन निरीक्षण किया।
स्क्रैप व अन्य परिसंपत्तियों के निष्पादन का निर्देश
डीआरएम सिन्हा ने ललितपुर से आगासोद खंड व स्टेशनों का सघन दौरा किया। निरीक्षण का उद्देश्य खंड की संरक्षा सुनिश्चित के साथ तीसरी लाइन के चल रहे विकास कार्य का अवलोकन रहा। इस दौरान सिन्हा ने धौर्रा यार्ड, मोहासा, करोंदा और आगासोद के साथ आगासोद से धौर्रा के मध्य चल रहे तीसरी लाइन के कार्य और यार्ड का भी जायजा लिया। स्क्रैप और अन्य परिसंपत्तियों के उचित निष्पादन के निर्देश दिए। सिन्हा ने यात्रियों की सुरक्षा और सुविधाओं के साथ स्टाफ को दी जाने वाली सुविधाओं के बारे में भी जानकारी ली। आगासोद प्लेटफॉर्म, स्टेशन चार्ट, पैनल रूम देखे।
गुणवत्ता को ध्यान में रखकर करें काम
डीआरएम सिन्हा ने टर्न आउट, कर्व के साथ अपने निरीक्षण में संरक्षा पर विशेष जोर दिया। प्वाइंट, ट्रैक आदि का बारीकी से निरीक्षण किया। इंजीनियरिंग, सिग्नल एंड दूरसंचार और विद्युत संबंधी संरक्षा का जायजा लिया। ब्लैक कॉटन सॉइल क्षेत्र के दृष्टिगत कार्य को उसी गुणवत्ता को ध्यान में रखने के निर्देश दिए। ट्रैक की गुणवत्ता के साथ ही समपार फाटक भी चैक किए। आगासोद से मालखेड़ी इंटरचेंज पॉइंट पर ट्रेन संचालन तथा टॉवर वैगन (एक विशेष प्रकार निरीक्षण यान) से ललितपुर से आगासोद तक निरीक्षण किया। टॉवर वैगन में ओएचई में लगने वाले उपकरण उपलब्ध रहते हैं जो नियमित अनुरक्षण कार्य के साथ विशेष परिस्थिति में उपयोग किए जाते है।
आरपीएफ के सुपरवाइजर को दिए निर्देश
निरीक्षण के अंत में उन्होंने इंजिनियरिंग, इलेक्ट्रिकल परिचालन कमर्शियल एवं आरपीएफ (रेल सुरक्षा बल) के सुपरवाइजर को बुलाकर स्पष्ट दिशा निर्देश दिए कि किसी भी प्रकार की जन समस्याओं की शिकायतें और स्टेशन की समस्याओं का समाधान किया जाए। उन्होंने हिदायत दी कि यदि ऐसा नहीं किया गया तो सख्त कार्रवाई की जाएगी। निरीक्षण के दौरान स्थानीय नागरिकों ने विभिन्न समस्याओं को लेकर मंडल रेल प्रबंधक को ज्ञापन भी दिए।
ये रहे मौजूद
डीआरएम के निरीक्षण के दौरान वरिष्ठ मंडल इंजीनियर (मध्य) कपिल गोयल, वरिष्ठ मंडल इंजीनियर (सिग्नल एवं दूरसंचार) विष्णु गुप्ता, वरिष्ठ मंडल बिजली इंजीनियर (कर्षण) मयंक शांडिल्य, वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक (द्वितीय) अमित आनंद, वरिष्ठ मंडल विद्युत इंजीनियर (सामान्य) नितिन गुप्ता, उप मुख्य इंजीनियर (निर्माण), वरिष्ठ मंडल संरक्षा अधिकारी अतुल यादव, उप मुख्य विद्युत इंजीनियर (निर्माण) नितिन वर्मा, उप मुख्य सिग्नल और दूरसंचार इंजीनियर (निर्माण) आशीष सैनी सहित अन्य उपस्थित रहे।