राशन की कालाबाजारी : गरीबों का गेहूं, चावल और शकर डकार गए राशन दुकान संचालक, 3 दुकानों के संचालकों के खिलाफ FIR दर्ज
गरीबों के हिस्से के राशन की कालाबाजारी के मामले में रतलाम जिले के आलोट की तीन दुकानों के संचालकों के विरुद्ध एफआईआर दर्ज की गई है।

कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी के निरीक्षण के दौरान मिली थीं अनियमितताएं, कलेक्टर के निर्देश पर आलोट थाने पर दर्ज हुए केस
एसीएन टाइम्स @ रतलाम । आलोट विकासखंड की तीन शासकीय उचित मूल्य दुकानों पर राशन की कालाबाजारी का मामला सामने आया है। इन दुकानों के संचालक शासन से मिलने वाले गरीबों के हिस्से का सस्ता गेहूं, चावल और शकर डकार गए। अनियमितता कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी द्वारा किए गए निरीक्षण में सामने आई। मामले में आलोट थाने पर तीनों दुकानों के संचालकों के विरुद्ध आवश्यक वस्तु अधिनियम 1955 की धारा 3/7 में केस दर्ज किए गए हैं।
सार्वजनिक वितरण प्रणाली (पीडीएस) के तहत राशन दुकानों से उपभोक्ताओं को मिलने वाली सामग्री की कालाबाजारी रोकने के लिए शासन द्वारा सतत् मॉनिटरिंग की जा रही है। इसी तारतम्य में आलोट की कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी कादम्बिनी धकाते द्वारा राशन दुकानों की आकस्मिक चैकिंग की जा रही है। 12 मार्च 2024 को निरीक्षण के दौरान विक्रमगढ़ की दो एवं 15 मार्च के निरीक्षण के दौरान आलोट की एक दुकान पर राशन की कालाबाजारी होना पाया गया था। इस दौरान उपभोक्ताओं ने भी राशन मिलने में अनियमितता की शिकायत की थी। इससे दुकानों पर सार्वजनिक वितरण प्रणाली (नियंत्रण) आदेश 2015 के प्रावधानों का उल्लंघन पाया गया था। तीनों ही मामलों में जांच प्रतिवेदन तैयार कर जिला मुख्यालय भेजा गया था।
इसके चलते कलेक्टर राजेश बाथम के निर्देश पर कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी धकाते ने 3 अप्रैल को दुकान संचालकों के विरुद्ध केस दर्ज करने के लिए आलोट थाना पुलिस को आवेदन दिया। पुलिस ने श्यामलाल पिता मांगीलाल जोशी (48), निवासी विक्रमगढ़ आलोट के विरुद्ध दो तथा बालाजी प्राथमिक उपभोक्ता भंडार आलोट के संचालक कमल सिंह पिता भंवर सिंह सोलंकी (38), निवासी कायस्थ मोहल्ला आलोट के विरुद्ध एक प्रकरण दर्ज किया है।
किस दुकान में क्या अनिमतता मिली
कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी धकाते ने एसीएन टाइम्स को बताया कि आदिम जाति सहकारी सिमिति द्वारा विक्रमगढ़ में ग्रामीण शासकीय उचित मूल्य दुकान और शहरी शासकीय उचित मूल्य दुकान का संचालन किया जाता है। इन दुकानों का निरीक्षण 12 मार्च को किया गया था। इस दौरान ग्रामीण क्षेत्र की दुकान के स्टॉक में 40 क्विंटल 80 किलो गेहूं एवं 29 क्विंटल 36 चावल तथा शहरी क्षेत्र की दुकान में 122 क्विंटल 20 गेंहू और 47 क्विंटल 39 किलो चावल कम पाया गया था। दुकान के बाहर दुकान की पहचान का पीला बोर्ड प्रदर्शित नहीं पाया गया। स्टॉक मूल्य सूची बोर्ड प्रदर्शित पाया गया किंतु प्रविष्टियां दर्ज नहीं पाई गई। जांच के समय स्टॉक रजिस्टर तथा वितरण रजिस्टर दुकान में उपलब्ध नहीं पाया गया।
इसी प्रकार बालाजी प्राथमिक उपभोक्ता भंडार आलोट में 15 मार्च को निरीक्षण किया गया था। यहां 57 क्विंटल 22 किलो गेहूं, 25 क्विंटल 06 किलो चावल तथा 7 किलो शकर कम जबकि 2 क्विंटल 43 किलो नमक अधिक पाया गया था। स्टॉक में राशन कम पाए जाने को लेकर दुकान संचालक कोई जवाब नहीं दे सके।
अंगूठा लगाकर कम राशन देता है
धकाते ने बताया कि निरीक्षण और कार्रवाई के दौरान उपस्थित उपभोक्ताओं ने अपने कथन में बताया कि विक्रेता श्यामलाल जोशी नियमित दुकान नहीं खोलता। उपभोक्ताओं से दुर्व्यवहार किया जाता है, अंगूठा लगाकर कम राशन दिया जाता है। विक्रेता उपभोक्ताओं को राशन वितरण नहीं करता है, वह लड़ाई झगड़ा करके राशन दुकान बंद करके चला जाता है।