कला-साहित्य
रचनाकार अपनी रचना से सकारात्मक संदेश देते हुए समाज क दिशा...
अखिल भारतीय साहित्य परिषद की काव्य गोष्ठी का आयोजन बिबड़ौद में किया गया। इसमें रचनाकारों...
कथा रंग कहानी महोत्सव में आशीष दशोत्तर 'फणीश्वर नाथ रेणु...
'कथा रंग' कहानी महोत्सव एवं अलंकरण समारोह 'लिटरेरी फेस्टिवल' का आयोजन गाजियाबाद...
रतलाम के आशीष दशोत्तर 21 मई को 'कथा रंग कहानी पुरस्कार'...
रतलाम के युवा साहित्यकार आशीष दशोत्तर रविवार को गाजियाबाद में आयोजित लिटरेरी फेस्टिवल...
कबीर में कोई द्वैत नहीं, कोई भेद नहीं, वे जैसे भीतर, वैसे...
हम लोग संस्था द्वारा पद्मश्री प्रहलाद टिपाणियां का अभिनंदन किया गया। इस मौके पर...
रचनाशील व्यक्ति हमेशा समाज के लिए सोचता है, डॉ. जलज समाज...
पूर्व प्राचार्य एवं साहित्यकार डॉ. जयकुमार जलज की पुस्तक “मैं प्राचार्य बना” का...
जनवादी लेखक संघ का 'कविता के नौ रंग' का आयोजन 14 मई को,...
समकालीन कविता में हो रहे प्रयोग और वर्तमान में रचनाकारों द्वारा लिखी जा रही कविताओं...
आज की रचनात्मक सोच ही भविष्य को संवारेगी, 'सुने सुनाएं'...
रचनाधर्मिता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से शुरू हुए सुनें सुनाएं का आठवां सोपान रविवार...
'सुनें-सुनाएं' का आठवां सोपान 7 मई को, अपने प्रिय रचनाकार...
साहित्यिक और सांस्कृतिक वातावरण बढ़ाने के लिए शुरू किया गया सुनें-सुनाएं आठवें सोपान...
समीक्षा : दो मिसरों में सार्थक बात कहने का हुनर... आप भी...
कोई छोटी सी बात समझाने या सीख देने के लिए पूरा ग्रंथ लिख देता है तो कोई दो शब्द...
त्रिवेणी कला एवं पुरातत्व संग्रहालय में व्याख्यान 4 को,...
त्रिवेणी कला एवं पुरातत्व संग्रहालय उज्जैन में 4 मई को व्याख्यान का आयोजन होगा।...
व्यंग्य के पंच-प्रपंच : विद्रूपताओं और विसंगतियों पर कम...
जनवादी लेखक संघ द्वारा व्यंग्य विधा को लेकर अनूठा कार्यक्रम आयोजित किया। इसमें व्यंग्यकारों...
"व्यंग्य के पंच-प्रपंच" का आयोजन 30 अप्रैल को, जनवादी लेखक...
जनवादी लेखक संघ द्वारा अनूठा आयोजन किया जा रहा है। यह 30 अप्रैल को होगा। इसमें व्यंगकार...
कालिदास का शब्दसौंदर्य व्याख्यान सह संस्कृत काव्य माधुरी...
शंकराचार्य जयंती पर 25 नवंबर को कालिदास संस्कृत अकादमी द्वारा व्याख्यान का आययोजन...
संस्मरण : कबाड़ी की दुकान चलाने की तमीज़ नहीं जिनको ! आशीष...
युवा लेखक आशीष दशोत्तर बता रहे हैं नाट्य विधा से जुड़ा एक प्रसंग। उनका यह संस्मरण...
संस्कृति राष्ट्र के जन-समुदाय की आत्मा होती है, भाषा साहित्य...
सृजन कॉलेज के पत्रकारिता विभाग के प्रमुख डॉ. मोहन परमार की चौथी पुस्तक चिंतन के...