Tag: poet and poetry

राष्ट्रीय
बदला मौसम का रंग और ढंग ! ‘राजनीति की तरह ऋतुओं और नेताओं की तरह बदला मौसम का मिज़ाज...’ -अज़हर हाशमी

बदला मौसम का रंग और ढंग ! ‘राजनीति की तरह ऋतुओं और नेताओं...

मौसम तेजी से मिज़ाज बदल रहा है, कभी झुलसा देने वाली गर्मी तो कभी ओले और आंधी-तूफान...

कला-साहित्य
ऑब्जर्वेशन ! प्रो. अज़हर हाशमी की नज़र में ऐसा है आंखे तरेरता सूरज,  आप भी पढ़ें और दूसरों को पढ़ाएं

ऑब्जर्वेशन ! प्रो. अज़हर हाशमी की नज़र में ऐसा है आंखे...

सूरज आंखें तरेर रहा है। तपिश लगातार बढ़ती जा रही है। सूरज के इसी तेवर को लेकर ख्यात...

धर्म-संस्कृति
राम नवमी पर रचना अभी-अभी : ‘राम राष्ट्र की चेतना, राम राष्ट्र-सम्मान...’ -प्रो. अज़हर हाशमी

राम नवमी पर रचना अभी-अभी : ‘राम राष्ट्र की चेतना, राम राष्ट्र-सम्मान...’...

आपातकाल के दौरान 1976 में ‘राम वाले हिंदुस्तान’ की सार्जवनिक मंच से मांग करने वाले...

कला-साहित्य
सुनें-सुनाएं में अगली बार आप भी आएं, आज के सृजन से ही रचनात्मक कल का निर्माण होगा

सुनें-सुनाएं में अगली बार आप भी आएं, आज के सृजन से ही रचनात्मक...

सुनें सुनाएं के छठे सोपान का आयोजन रविवार को हुआ। इसमें प्रस्तोताओं ने अपने पसंदीदा...

रतलाम
विचार और दृष्टि से ही रचना संपन्न होती है, वैचारिकता व समझ नहीं होने से रचना प्रभावी नहीं होती- प्रो. चौहान

विचार और दृष्टि से ही रचना संपन्न होती है, वैचारिकता व...

जनवादी लेखक संख द्वारा कविता विमर्श का आयोजन किया गया। इसमें रचनाकारों ने रचनाओं...

कवि और कविता
कवि और कविता : 'पानी के पेड़ पर जब बसेरा करेंगे आग के परिंदे...' -चंद्रकांत देवताले

कवि और कविता : 'पानी के पेड़ पर जब बसेरा करेंगे आग के परिंदे...'...

कवि और कविता शृंखला में युवा कवि एवं लेखक करा रहे चंद्रकांत देवताले के साहित्य सृजन...

कवि और कविता
कवि और कविता : 'अपनी बेगुनाही का सबूत भी नहीं दे सकते हम...'

कवि और कविता : 'अपनी बेगुनाही का सबूत भी नहीं दे सकते हम...'

कवि और कविता में पढ़ें बंशीलाल गांधी का काव्य सृजन। अपनी बेगुनाही का सबूत भी नहीं...

कला-साहित्य
कवि और कविता : सिर्फ़ स्थगित होते हैं युद्ध, ख़त्म नहीं होते कभी 

कवि और कविता : सिर्फ़ स्थगित होते हैं युद्ध, ख़त्म नहीं...

युवा कवि एवं साहित्यकार आशीष दशोत्तर द्वारा चलाई जा रही कवि और कविता शृंखला के इस...

कवि और कविता
कवि और कविता : 'माथे पर लिखी हज़ार ख़तों की इबारत...'

कवि और कविता : 'माथे पर लिखी हज़ार ख़तों की इबारत...'

कवि और कविता सृखला में युवा लेखक आशीष दशोत्तर से जाने नाटककार, रचनाकार और डॉ. हरीश...

कवि और कविता
कवि और कविता : 'ले मशाल सिंदूरी नभ से अलख जगाने जो आई...' 

कवि और कविता : 'ले मशाल सिंदूरी नभ से अलख जगाने जो आई...' 

कवि और कविता श्रंखला में युवा कवि एवं लेखक आशीष दशोत्तर बता रहे हैं छायावादी कविता...

कवि और कविता
कवि और कविता : तुम तट पर बैठे गीत प्रणय के गाते, मैं तूफानों से प्यार किया करता हूं... स्व. भंवरलाल भाटी

कवि और कविता : तुम तट पर बैठे गीत प्रणय के गाते, मैं तूफानों...

कवि और कविता शृंखला में इस बार युवा कवि एवं लेखक आशीष दशोत्तर बता रहे हैं शिक्षाविद्...

कवि और कविता
कवि और कविता : फिर न मिलेंगे दिन अलबेले, जीवन की सब साध मिटा लें : मोहनलाल उपाध्याय निर्मोही

कवि और कविता : फिर न मिलेंगे दिन अलबेले, जीवन की सब साध...

कवि और कविता शृंखला में युवा कवि एवं साहित्यकार आशीष दशोत्तर से जानते हैं कवि मोहनलाल...

कवि और कविता
कवि और कविता :  दर्द का अनुवाद मेरी ज़िंदगी, अनकहा संवाद मेरी ज़िंदगी-  स्व. बृजमोहन झालानी

कवि और कविता :  दर्द का अनुवाद मेरी ज़िंदगी, अनकहा संवाद...

कवि और कविता श्रंखला में युवा कवि एवं साहित्यकार आशीष दशोत्तर बता रहे हैं स्व. बृजमोहन...

कवि और कविता
स्त्री एक तारा है : डॉ. मुरलीधर चांदनीवाला

स्त्री एक तारा है : डॉ. मुरलीधर चांदनीवाला

प्रसिद्ध साहित्यकार डॉ. मुरलीधर चांदनीवाला की स्त्री को रेखांकित एक कविता महिला...