पति के इलाज के लिए लगाई गुहार तो कलेक्टर ने तत्काल स्वीकृत कर दी 15 हजार रुपए की सहायता, दृष्टिहीन बुजुर्ग का बनवाया दिव्यांगता प्रमाण-पत्र, पेंशन भी स्वीकृति
रतलाम कलेक्टर नरेंद्र कुमार सूर्यवंशी संवेदनशीलता की मिसाल बने हुए हैं। उन्होंने जनसुनवाई में आए पीड़ितों की पलभर में मदद कर उल्लेखनी कार्य किया।
जिला स्तरीय जनसुनवाई में 118 आवेदन निराकरण के लिए संबंधित विभाग को भेजे, अगली जनसुनवाई पिपलौदा में होगी
एसीएन टाइम्स @ रतलाम । कलेक्टर नरेंद्र कुमार सूर्यवंशी की सख्ती के साथ ही लगभग रोज ही उनकी सहृदयता के उदाहरण भी देखने को मिल रहे हैं। मंगलवार को एक महिला ने पति के इलाज के लिए गुहार लगाई तो उन्होंने पल भर में 15 हजार रुपए की आर्थिक सहायता स्वीकृत कर दी। यही नहीं उन्होंने एक दृष्टिहीन बुजुर्ग का दिव्यांगता प्रमाण-पत्रा भी बनवाया और पेंशन भी स्वीकृत कर दी। उन्होंने अगली जनसुनवाई पिपलौदा में करने का निर्णय लिया है।
जिला स्तरीय जनसुनवाई मंगलवार को कलेक्टोरेट सभाकक्ष में सम्पन्न हुई। इस अवसर पर कलेक्टर नरेन्द्र कुमार सूर्यवंशी ने संवेदनशीलता दिखाते हुए ग्राम ईसरथुनी से अपने पति की गंभीर बीमारी की समस्या लेकर आई रेखा धाकड़ को पति के उपचार हेतु 15 हजार रुपए की आर्थिक सहायता तत्काल रेडक्रॉस से उपलब्ध करवाई। इसी प्रकार ग्राम भदवासा से आए 75 वर्षीय दृष्टिहीन बुजुर्ग नागूलाल की परेशानी को सुनकर उन्हें तत्काल तहसीलदार ऋषभ ठाकुर के शासकीय वाहन में जिला चिकित्सालय भिजवाकर दिव्यांग प्रमाण-पत्र बनवाया। साथ ही उप संचालक सामाजिक न्याय संध्या शर्मा को निदर्शित कर तत्काल दिव्यांग पेंशन की स्वीकृति दिलवाई। कलेक्टर ने कहा कि जनसुनवाई को और अधिक जनोन्मुखी बनाने के लिए आगामी जनसुनवाई अगले मंगलवार जिले के पिपलौदा में आयोजित की जाएगी।
जमीन पर जबरन कब्जे का प्रयास
जनसुनवाई में 118 आवेदनों पर सुनवाई करते हुए संबंधित विभागों को निराकरण हेतु प्रेषित किया गया। कलेक्टर के अलावा सीईओ जिला पंचायत जमुना भिड़े, एसडीएम त्रिलोचन गौड़, डिप्टी कलेक्टर संजय शर्मा, सुनील जायसवाल ने भी जनसुनवाई की। ग्राम लसूड़िया जंगली निवासी लखन ने बताया कि प्रार्थी की कृषि भूमि ग्राम में स्थित है, उक्त भूमि को लेकर कतिपय लोगों द्वारा रास्ता रोककर विवाद किया जा रहा है। उक्त भूमि मेरे पुरखों द्वारा कृषि कार्य किया जाता रहा है। कुछ लोग उक्त भूमि पर अपना कब्जा बताकर जबरन कब्जा करने का प्रयास किया जा रहा है और प्रार्थी तथा परिवार के सदस्यों को कृषि भूमि पर आने नहीं दिया जा रहा है जबकि उक्त भूमि पर फसल की देखरेख करना आवश्यक है, कृपया उचित कार्रवाई की जाएगी। आवेदन निराकरण के लिए संबंधित विभाग को भेजा गया है।
पति की हो गई मौत इसलिए मांगी आर्थित सहायता
कुंजड़ों का वास निवासी आमना बानों ने बताया कि पति की 18 फरवरी, 2023 को सड़क दुर्घटना में मौत हो गई है। पति की मौत के बाद उनकी आर्थिक स्थिति काफी दयनीय है। परिवार में एक पुत्र तथा एक पुत्री है जो कि अवयस्क हैं। उनकी परवरिश करने में काफी मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है। सड़क दुर्घटना अन्तर्गत जो भी आर्थिक सहायता हो प्रदान की जाए। आवेदन आयुक्त नगर निगम को प्रेषित किया गया है।
छात्र को 60 में से दिए 0 अंक
ग्राम पंचेड़ निवासी श्यामसुन्दर जाट ने आवेदन देते हुए बताया कि प्रार्थी का पुत्र रतलाम के एक निजी विद्यालय में कक्षा आठवीं में अध्ययनरत है तथा पुत्र को 8 की बोर्ड की वार्षिक परीक्षा में सामाजिक विज्ञान विषय में 60 अंकों में से 0 अंक प्रदान किए गए हैं। अन्य सभी विषयों में पुत्र ने अच्छे नंबर अर्जित किए हैं। पुत्र की वार्षिक कॉपी की सही ढंग से जांच नहीं की गई है। कृपया उक्त विषय की जांच करवाई जाए। आवेदन जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय को निराकरण के लिए प्रेषित किया।