खेल चेतना मेला के लिए तैयार होने लगे शहर के मैदान, आयोजन समिति ले रही जायजा

चेतन्य काश्यप फाउंडेशन व क्रीड़ा भारती द्वारा 9 जनवरी से आयोजित किए जाने वाले 23वें खेल चेतना मेले की तैयारियां अंतिम दौर में हैं। खिलाड़ी प्रैक्टिस कर पसीना बहा रहे हैं।

खेल चेतना मेला के लिए तैयार होने लगे शहर के मैदान, आयोजन समिति ले रही जायजा
खेल चेतना मेले की तैयारी के तहत खेल मेले का जायजा लेते आयोजन समिति के सदस्य।

9 से 12 जनवरी तक आयोजित होगा खेलों का महाकुंभ

एसीएन टाइम्स @ रतलाम  क्रीड़ा भारती एवं चेतन्य काश्यप फाउंडेशन द्वारा आयोजित किए जाने वाले 23वें खेल चेतना मेला को लेकर शहर के खेल मैदान तैयार होने लगे हैं। आयोजन समिति की तैयारियां अंतिम दौर में हैं। समिति पदाधिकारी और सदस्य सभी तैयारियों का जायजा ले रहे हैं ताकि खिलाड़ियों को किसी तरह की परेशानी न हो। 

प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी 9 से 12 जनवरी तक खेल चेतना मेला आयोजित होगा। मंगलवार को खेल चेतना मेला आयोजन समिति के सचिव मुकेश जैन, क्रीड़ा भारती जिलाध्यक्ष डॉ. गोपाल मजावदिया, सचिव अनुज शर्मा, खेल प्रशिक्षक जितेंद्र धूलिया ने खेल मैदानों पर पहुंचकर तैयारियों का जायजा लिया। आजादी के अमृत महोत्सव के तहत आयोजित होने वाले 23वें खेल चेतना मेला में रतलाम शहर के सभी विद्यालयों की सहभागिता सुनिश्चित की जाएगी। वर्तमान में मैदानों की सफाई कराए जाने के साथ उन पर रोलर घुमाए जा रहे हैं ताकि मैदान बेहतर बनें और खिलाड़ियों को अच्छे मैदान पर खेलने का अवसर मिले।

खिलाड़ी प्रैक्टस कर बहा रहे पसीना

इसके अतिरिक्त विभिन्न खेलों से जुडे़ खिलाड़ी भी मैदानों पर पसीना बहाते नजर आ रहे हैं। पूर्व में क्रीड़ा भारती और खेल चेतना मेला की आयोजन समिति द्वारा स्कूली बच्चों के लिए खेल प्रशिक्षण शिविर भी आयोजित किए गए थे। इनमें हजारों खिलाड़ियों ने खेल संयोजक और प्रशिक्षकों के माध्यम से प्रशिक्षण प्राप्त किया था।

पहली बार कई खेलों को किया शामिल

खेल मेले में इस बार 18 खेलों में 7 हजार से अधिक बच्चे सहभागिता करेंगे। इसमें पहली बार योग और बालिका वर्ग की हॉकी के साथ कुछ खेलों में मिनी वर्ग को शामिल गया है। खेल मेले में इस बार योग, बास्केटबॉल, टेबल टेनिस, बेडमिंटन, एथलेटिक्स, कबड्डी, खो-खो, क्रिकेट, फुटबॉल, हॉकी, कुश्ती, व्हॉलीवॉल, शतरंज, तैराकी, मलखंब, स्केटिंग, शूटिंग, शरीर सौष्ठव की स्पर्धाएं आयोजित होंगी। आयोजन समिति ने समस्त अभिभावकों के साथ स्कूल संचालक व प्राचार्यों से अपील की है कि वे अधिक से अधिक संख्या में बच्चों को उनके मानसिक और शारीरिक विकास के लिए खेल स्पर्धाओं में शामिल होने के लिए प्रेरित करें।