दिव्यांगजनों व बुजुर्गों की सुविधा के लिए 597 रेलवे स्टेशनों पर लगे लिफ्ट और एस्केलेटर
रेलवे ने देश के 597 रेलवे स्टेशन पर यात्रियों कीसुविधा के लिए लिफ्ट और एस्केलेटर लगाकर सुगम्य भारत मिशन को किया साकार
एसीएन टाइम्स @ झाँसी l 597 रेलवे स्टेशनों पर लिफ्ट व एस्केलेटर लगाकर उनको दिव्यांगजनों के अनुकूल बनाया गया l दिसंबर 2023 तक, 372 स्टेशनों पर कुल 1287 एस्केलेटर उपलब्ध कराए गए l दिसंबर 2023 तक, 497 स्टेशनों पर कुल 1292 लिफ्ट प्रदान की गईंl
दिव्यांग, बुजुर्गों और बच्चों को एक प्लेटफार्म से दूसरे प्लेटफार्म पर जाने के लिए अब परेशान नहीं होना पड़ेगा। रेलवे डिपार्टमेंट द्वारा विकलांग बुजुर्ग हुआ बाल यात्रियों की सुविधा के लिए स्टेशनों पर एस्केलेटर और लिफ्ट लगवा कर सुविधा विस्तार करते हुए यात्रियों की यात्रा को और आसान बना दिया है। अब बुजुर्गों व विकलांगों और बच्चों को प्लेटफार्म पर ले जाने में उनके परिवार वालों को परेशानी का सामना करना नहीं पड़ेगा।
भारतीय रेलवे भारत सरकार के "सुगम्य भारत मिशन" या सुगम्य भारत अभियान के हिस्से के रूप में अपने रेलवे स्टेशनों और ट्रेनों को दिव्यांगजनों के लिए सुगम्य बनाने ली दिशा में एक कदम और बढाया है l रेलवे स्टेशनों पर सुविधाओं में सुधार/वृद्धि (इन सुविधाओं में वे सुविधाएं भी शामिल हैं, जो दिव्यांगजनों के लिए हैं) एक निरंतर प्रक्रिया है। बुजुर्गों, बीमारों और दिव्यांगजनों की आसान आवाजाही की सुविधा के लिए और प्रमुख रेलवे स्टेशनों के प्लेटफार्मों तक सुगम पहुंच और आवाजाही में आसानी के लिए 'सुगम्य भारत अभियान' के हिस्से के रूप में लिफ्ट/एस्केलेटर प्रदान किए जा रहे हैं।
गौर तलब है कि कुल 597 स्टेशन हैं, जहां लिफ्ट या एस्केलेटर उपलब्ध कराए गए हैं।
कैलेंडर वर्ष 2023 के दौरान, 227 लिफ्ट प्रदान की गईं।
भारतीय रेल विभिन्न स्टेशनों पर यात्री सुविधाओं में सुधार के लिए लगातार प्रयास कर रहा है। रेलवे प्लेटफार्मों पर एस्केलेटर और लिफ्ट का प्रावधान यात्रियों के निकास/प्रवेश को आसान बनाएगा और साथ ही यह यात्री सुरक्षा में सुधार के लिए एक और कदम होगा।