रॉयल ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन्स का एक और आयाम, रतलाम को रॉयल इंस्टीट्यूट ऑफ नर्सिंग के रूप में मिला नया नर्सिंग कॉलेज

रतलाम को रॉयल इंस्टीट्यूट ऑफ नर्सिंग के रूप में नया नर्सिंग कॉलेज मिला है। यह रॉयल ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन्स ने शुरू किया है। प्रवेश प्रारंभ हो चुके हैं।

रॉयल ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन्स का एक और आयाम, रतलाम को रॉयल इंस्टीट्यूट ऑफ नर्सिंग के रूप में मिला नया नर्सिंग कॉलेज
पत्रकार वार्ता को संबोधित करते चेयरमैन प्रमोद गुगालिया।

एसीएन टाइम्स @ रतलाम । रतलाम को एजुकेशन हब बनाने की दिशा में अग्रसर रॉयल गुप ऑफ इंस्टीट्यूशन्स ने एक नया आयाम शुरू किया है। समूह द्वारा रॉयल इंस्टीट्यूट ऑफ नर्सिंग के नाम से नए नर्सिंग कॉलेज प्रारंभ किया है। सत्र् 2022-23 के लिए विद्यार्थियों को प्रवेश देने की शुरुआत हो गई है।

इस आश्य की जानकारी रॉयल गुप ऑफ इंस्टीट्यूशन्स के चेयरमैन प्रमोद गुगालिया ने पत्रकारों को दी। उन्होंने बताया कि, उनकी संस्था वर्ष 1996 से उच्च शिक्षा एवं तकनीकी शिक्षा के महाविद्यालयों का संचालन कर रही है। संस्था द्वारा कुछ माह पहले, रॉयल कैम्पस में सर्वसुविधायुक्त रॉयल हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेन्टर को में प्रारम्भ किया गया है। अब संस्था ने चिकित्सा शिक्षा क्षेत्र में पदार्पण किया है।

गुगालिया ने बताया कि, 60 बीधा क्षेत्रफल में स्थापित रॉयल ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन्स, रतलाम जिले का सबसे भव्य एवं बड़ा शिक्षा परिसर है, जहां संस्था द्वारा कई अशासकीय महाविद्यालयों का संचालन किया जा रहा है। संस्था के महाविद्यालयों में फार्मेसी, मैनेजमेंट, टीचर्स एजुकेशन, विज्ञान, जीवविज्ञान, कम्प्यूटर एवं कॉमर्स के स्नातकोत्तर / स्नातक / डिप्लोमा पाठ्यक्रमों का संचालन पिछले 27 वर्षों से किया जा रहा है। संस्था के अंतर्गत महाविद्यालयों में लगभग 2200 विद्यार्थी अध्ययनरत हैं। वर्तमान में संस्था के महाविद्यालयों में बी. फार्मेसी, डी. फार्मेसी, एम.बी.ए., बी.बी.ए., बी.सी.ए., बी.एड., डी.एड., जी.एन.एम. नर्सिंग, बी.एससी. (माईक्रोबायोलॉजी, बायोटेक, फार्मा केमेस्ट्री, कम्प्यूटर साइंस), बी.कॉम. (कम्प्यूटर, टेक्स प्रोसीजर, सामान्य) आदि कोर्सेस संचालित किए जा रहे हैं। गुगालिया ने बताया कि, सत्र् 2023-24 से कई अन्य चिकित्सा शिक्षा के पाठ्यक्रमों को संस्था द्वारा प्रारम्भ किया जाएगा। 

कोर्स की अवधि तीन वर्षों की है- डॉ. उबेद अफजल

संस्था डायरेक्टर डॉ. उबेद अफजल ने बताया कि, रॉयल इंस्टीट्यूट ऑफ नर्सिंग में जी.एन.एम. (जनरल नर्सिंग एंड मिडवाइफरी) कोर्स, इस सत्र् से प्रारम्भ किया जा रहा है। कोर्स की अवधि 3 वर्षों की है तथा जी.एन.एम. कोर्स पूरा करने के बाद विद्यार्थियों को 6 महीने के लिए इंटर्नशिप भी करना होगी। जी.एन.एम. कोर्स में 45 प्रतिशत अंकों के साथ 12वीं उत्तीर्ण विद्यार्थियों को प्रवेश दिया जाएगा तथा इस कोर्स में प्रवेश की आयु सीमा 17 से 30 वर्ष तक रहेगी।

नर्सिंग कोर्स बेस्ट करियर

डॉ. अफजल ने नए शुरू हुए नर्सिंग कोर्स की जानकारी देते हुए बताया कि, मानवता की सेवा के लिए नर्सिंग के जॉब को सबसे बेहतर माना जाता है। अगर व्यक्ति में सेवाभाव, सहनशीलता और समर्पण जैसे गुणों के साथ रोगियों की सेवा करने का जुनून है तो, नर्सिंग कोर्स बेस्ट करियर का विकल्प है। 

डॉ. अफजल ने बताया कि, जी.एन.एम. कोर्स रोजगार्रोन्मुखी कोर्स है तथा इस कोर्स को पूर्ण करने के बाद सरकारी / निजी अस्पतालों, चिकित्सा महाविद्यालयों, नर्सिंग होम, अनाथ आश्रम, वृद्धाश्रम, आरोग्य निवास, विद्यालयों, उद्योगों, रक्षा सेवाओं में सीधे रोजगार के अवसर मिलते हैं। इसके साथ रेडक्रॉस सोसायटी, इंडियन / स्टेट नर्सेस काउंसिल में भी रोजगार के अवसर मिलते हैं। साथ ही देश में लाखों की संख्या में स्थापित प्राथमिक चिकित्सा केन्द्र पर भी प्राथमिक स्वास्थ्य सेवक के रूप में रोजगार के अवसर प्राप्त होते हैं। 

संस्था चेयरमैन प्रमोद गुगालिया, डायरेक्टर डॉ. उबेद अफजल के अलावा समाजसेवी र्शीद अनवर, समाजसेवी ओम अग्रवाल, जयन्त बोहरा एवं रॉयल इंस्टीट्यूट ऑफ नर्सिंग के प्राचार्य जगदीश डुके भी मौजूद रहे।