सावधान ! अगर आप मोबाइल फोन यूजर हैं तो पड़ सकते हैं परेशानी में, इसलिए पढ़ लें खबर क्योंकि...

अगर आप मोबाइल फोन यूजर हैं तो यह खबर आपके काम की है। बिना समय गंवाए इस खबर को जरूर पड़ लें ताकि आप परेशानी में न पड़ जाएं।

सावधान ! अगर आप मोबाइल फोन यूजर हैं तो पड़ सकते हैं परेशानी में, इसलिए पढ़ लें खबर क्योंकि...
मोबाइल फोन यूजर सावधान।
  • डॉट अतवा ट्राई के नाम पर आपके मोबाइल को डिस्कनेक्ट करने की धमकी देने वाली किसी भी कॉल पर ध्यान न दें
  • ऐसी काल की शिकायत www.sancharsaathi.gov.in पर करें

एसीएन टाइम्म @ नई दिल्ली । संचार मंत्रालय के दूरसंचार विभाग (डॉट) ने नागरिकों को महत्वपूर्ण सलाह जारी की है। विभाग ने कहा है कि मोबाइल फोन उपभोक्ता डॉट अथवा ट्राई के नाम वाली ऐसी फर्जी कॉल पर ध्यान न दें, जिसमें कॉल करने वाले उनके मोबाइल नंबरों को डिस्कनेक्ट करने की धमकी दे रहे हैं। यदि उनके मोबाइल नंबर का अवैध गतिविधियों में दुरुपयोग किए जाने की बात कही जा रही है तो भी उस पर ध्यान नहीं दें। ऐसे कॉल की संचार साथी पोर्टल पर शिकायत दर्ज करें।

विभाग के अनुसार साइबर अपराधी ऐसी कॉल के जरिए साइबर अपराध/वित्तीय धोखाधड़ी को अंजाम देने के लिए धमकी देने या निजी जानकारी चुराने की कोशिश करते हैं। डॉट/ट्राई अपनी ओर से किसी को भी इस तरह की कॉल करने के लिए अधिकृत नहीं करता है और ऐसे मामले में लोगों को सतर्क रहने तथा संचार साथी पोर्टल (www.sancharsathi.gov.in/sfc) की 'चक्षु - रिपोर्ट सस्पेक्टेड फ्रॉड कम्युनिकेशंस' सुविधा पर ऐसी धोखाधड़ी वाली कॉल की शिकायत करें। इस तरह की त्वरित शिकायत से दूरसंचार विभाग को साइबर अपराध, वित्तीय धोखाधड़ी आदि के लिए दूरसंचार संसाधनों के दुरुपयोग को रोकने में मदद मिल सकती है।

यहां करें शिकायत

डॉट ने नागरिकों को साइबर अपराध या वित्तीय धोखाधड़ी के शिकार होने की स्थिति में साइबर अपराध www.cybercrime.gov.in अथवा हेल्पलाइन नंबर 1930 पर  रिपोर्ट करने की सलाह दी है। इससे पूर्व भी दूरसंचार विभाग ने विदेशी मूल के मोबाइल नंबरों (जैसे +92-xxxxxxxxx) से सरकारी अधिकारियों के नाम पर लोगों को ठगने वाले व्हाट्सएप कॉल के बारे में भी सलाह जारी की थी।

धोखाधड़ी से निपटने और साइबर अपराध पर अंकुश लगाने के उपाय

  • चक्षु सुविधा के तहत, नागरिकों को दुर्भावनापूर्ण और फ़िशिंग एसएमएस भेजने में शामिल52 प्रमुख संस्थाओं को काली सूची में डाला गया है।
  • 700 एसएमएस सामग्री टैम्पलेट निष्क्रिय किए गए हैं।
  • सभी दूरसंचार ऑपरेटरों में अखिल भारतीय आधार पर348 मोबाइल हैंडसेट ब्लैकलिस्ट किए गए।
  • 10,834 संदिग्ध मोबाइल नंबरों को दूरसंचार ऑपरेटरों को पुन: सत्यापन के लिए चिह्नित किया गया, जिनमें से30 अप्रैल, 2024 तक पुन: सत्यापन में विफल रहने पर 8,272 मोबाइल कनेक्शन काटे गए।
  • साइबर अपराध/वित्तीय धोखाधड़ी में शामिल होने के कारण पूरे भारत में86 लाख मोबाइल हैंडसेट ब्लॉक किए।
  • डॉट/ट्राई के नाम पर फर्जी नोटिस, संदिग्ध धोखाधड़ी संचार और प्रेस, एसएमएस और सोशल मीडिया के माध्यम से दुर्भावनापूर्ण कॉल के बारे में जागरूकता पैदा करने के लिए जनता को नियमित आधार पर सलाह जारी की जा रही है।