खबर रोंगटे खड़े करने वाली : पत्थर से वृद्ध महिला का सिर फोड़ कर आंख, नाक और कान खा रहा था युवक, पुलिस ने किया गिरफ्तार, जानें- युवक के आदमखोर बनने की वजह
राजस्थान पुलिस ने एक आदमखोर युवक को गिरफ्तार किया है। एक महिला का चेहरा नोच-नोच कर खा रहे उस युवक को ग्रामीणों ने एक किलोमीटर पीछा कर पकड़ा और पुलिस के हवाला किया। पुलिस उसका इलाज करवा रही है।
एसीएन टाइम्स @ डेस्क । रोंगटे खड़े कर देने वाले एक खबर राजस्थान के पाली जिले से मिली है। पाली के सेंदड़ा थाने की पुलिस ने एक आदमखोर युवक को गिरफ्तार किया है। उसने जंगल में बकरियां चरा रही एक वृद्ध महिला का पत्थर से सिर फोड़ कर हत्या कर दी और उसका चेहरा नोच डाला। युवक महिला के कान, नाक और आंखें निकाल कर खार रहा था तभी ग्रामीणों की शिकायत पर पुलिस ने पकड़ लिया। मानसिक रूप से बीमार आरोपी को जोधपुर रैफर किया गया है।
जानकारी के अनुसार शुक्रवार को पाली जिले के सेंदड़ा थाना क्षेत्र के सरादना गांव में शांति देवी नामक एक वृद्धा बकरियां चराने जंगल गई थी। इसी दौरान कनक कॉलेज के पास जंगल में एक युवक आया और महिला पर पत्थर बरसाने शुरू कर दिए। इससे महिला गिर गई। इसके बाद उसने महिला के सिर पर पत्थर से कई वार किए जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। आरोपी युवक वहीं पास में बैठ गया और महिला के शरीर को नोच-नोच कर खाने लगा। यह देख ग्रामीणों ने शोर मचाया तो, वह भागने लगा। ग्रामीणों ने करीब एक किलोमीटर तक पीछाकर आरोपी युवक को पकड़ कर पुलिस के हवाले कर दिया।
आरोपी युवक की मानसिक हालत बहुत ज्यादा खराब होने से पुलिस को उसे काबू करने में काफी मशक्कत करना पड़ी। उसे बांगड़ अस्पताल में भर्ती कराया गया। जब उसे यहां लाया गया तो वह काफी हिंसक था और पुलिसकर्मियों सहित 10 लोगों को भी काट लिया। इससे सभी को इंजेक्शन लगाने पड़े।
रोशनी और पानी से डरता है युवक
डॉक्टरों के अनुसार युवक की प्रारंभिक जांच में उसे रैबीज होने का अनुमान लगाया गया है। दरअसल, जांच के दौरान डॉक्टरों ने टॉर्च की रोशनी उसके चेहरे पर डाली तो वह ज्यादा खूंखार हो गया। इतना ही नहीं, पानी की बोतल दिखाने पर वह जोर-जोर से चिल्लाने भी लगा। डॉक्टरों के अनुसार यह हाइड्रोफोबिया बीमारी होने के लक्षण हैं जो रैबीज के संक्रमण के कारण होती है। लक्षणों के आधार पर युवक को छह एंटी रैबीज इंजेक्शन भी लगाए गए। हालत ज्यादा गंभीर होने से उसे डॉक्टरों ने कड़ी सुरक्षा में जोधपुर के मथुरादास माथुर हॉस्पिटल रैफर कर दिया है।
बस का टिकट और आईडी कार्ड मिला
आरोपी को गिरफ्तार करने के बाद पुलिस ने उसके कपड़ों की तलाशी ली। इसमें उसकी जेब से मुंबई से मध्य प्रदेश का बस का टिकट और धार कार्ड मिला। आधार कार्ड पर उसका नाम सुरेंद्र पुत्र राम बहादुर तंवर तथा निवास का पता मुंबई के उपनगर पवई का दर्ज है। उसके पास से मुंबई फिल्म इंडस्ट्री एसोसिएशन का एक परिचय-पत्र भी मिला। इसके चलते पुलिस की एक टीम मुंबई रवाना हो गई है।
हाईड्रोफोबिया ने बना दिया आदमखोर
डॉक्टरों का कहना है कि आरोपी सुरेंद्र मानसिक रोग से ग्रसित है। उसे हाइड्रोफोबिया है। इससे पीड़ित व्यक्ति आदमखोर बन जाता है। वह आदमी का मांस खाने तक से भी गुरेज नहीं करता। हाइड्रोफोबिया बीमारी इतनी खतरनाक है कि उसके संपर्क में यदि कोई आ जाए तो उसे भी इंजेक्शन लगाने पड़ते हैं। इसलिए उन सभी को इंजेक्शन लगाने पड़े जिन्हें उसने काटा। इतना ही नहीं, संक्रमण नहीं फैले इसलिए पुलिस और डॉक्टरों को पीपीई किट भी पहनना पड़ी।