केंद्रीय गृहमंत्री शाह ने डॉ. आंबेडकर का अपमान कर भाजपा व संघ की मनुवादी मानसिकता उजागर की, उनके इस्तीफे तक जारी रहेगा विरोध- कांग्रेस
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा डॉ. भीमराव आंबेडकर को लेकर की गई टिप्पणी और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के विरुद्ध दर्ज प्रकरण से नाराज रतलाम कांग्रेस ने यहां पत्रकार वार्ता में आक्रोश जताया। कांग्रेस ने शाह के विरुद्ध कार्रवाई नहीं होने तक विरोध प्रदर्शन जारी रखने की बात दोहराई है।
एसीएन टाइम्स @ रतलाम । भाजपा और उसकी मातृसंस्था हमेशा से डॉ. भीमराव आंबेडकर और संविधान विरोधी रही है। इन्होंने न सिर्फ संविधान के निर्माण के समय से ही विरोध किया, बल्कि पूर्व डॉ. आंबेडकर को चुनाव भी हरवाया था। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने भी डॉ. आंबेडकर का अपमान कर संघ और भाजपा की मनुवादी मानसिकता उजागर कर दी है। कांग्रेस डॉ. आंबेडकर के अपमान को लेकर अमित शाह के इस्तीफे की मांग पर अटल है। जब तक अमित शाह इस्तीफा नहीं देंगे, हम विरोध प्रदर्शन जारी रखेंगे।
यह बात शहर कांग्रेस अध्यक्ष महेंद्र कटारिया और पूर्व महापौर पारस सकलेचा ने पार्टी कार्यालय में सोमवार को पत्रकारों से चर्चा के दौरान कही। इस दौरान कार्यवाहक अध्यक्ष फैयाज मंसूरी, ब्लॉक अध्यक्ष वीरेंद्र प्रताप सिंह के अलावा नगर निगम नेता प्रतिपक्ष, उपनेता, ब्लॉक अध्यक्ष, महामंत्री व अन्य मौजूद रहे। कांग्रेस नेताओं ने कहा कि 18वीं लोकसभा के शीतकालीन सत्र सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी द्वारा संविधान और संविधान निर्माता बाबा साहब डॉ. भीमराव आंबेडकर के अपमान के लिए देश के संसदीय इतिहास में दर्ज हो गया है। भाजपा हमेशा से लोकतंत्र और संवैधानिक मूल्यों के प्रति तिरस्कार दिखाने का कोई मौका नहीं छोड़ती। इस बार तो हद ही पार कर दी।
सत्तापक्ष ने विपक्ष को रोकने से रोका
संविधान के 75 वर्ष पूरे होने पर कांग्रेस समेत इंडिया गठबंधन के दलों ने संसद में सरकार से संविधान पर चर्चा की मांग रखी। अडानी, मणिपुर, संभल जैसे मामलों पर सदन में बहस की मांग लगातार ठुकराए जाने के बाद प्रतिपक्ष की संविधान पर चर्चा की मांग मान ली गई। इस मौके पर कांग्रेस समेत सभी दलों ने सरकार को लोकतांत्रिक और संवैधानिक मूल्यों की प्रतिबद्धता याद दिलाई। समता, समानता और न्याय के डॉ. भीमराव आंबेडकर के आदर्शों पर चलने की सलाह भाजपा को कतई रास नहीं आई। सत्तापक्ष ने लगातार विपक्ष को बोलने से रोकने की कोशिश की।
यह कहा था गृहमंत्री शाह ने
कांग्रेस नेताओं का आरोप है कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने डॉ. आंबेडकर का अपमान कर संघ और भाजपा की मनुवादी मानसिकता उजागर कर दी है। अमित शाह ने कहा कि “अभी एक फैशन हो गया है- आंबेडकर, आंबेडकर, आंबेडकर, आंबेडकर, आंबेडकर, आंबेडकर। इतना नाम अगर भगवान का लेते तो सात जन्मों तक स्वर्ग मिल जाता।"
संविधान बदलने की साजिश को चुनाव में जनता ने किया खारिज
कटारिया और सकलेचा ने बताया कि आरक्षण खत्म करने की साजिश के तहत भाजपा की संविधान बदलने की कोशिश को 2024 के आम चुनाव में जनता ने नाकाम कर दिया था और बैसाखी सरकार बना कर लोकतांत्रिक मूल्यों का पाठ पढ़ाया था। लेकिन भाजपा ये खीज अब संविधान निर्माता पर निकाल रही है और बाबा साहेब का अपमान किया गया है। दुख की बात ये है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमित शाह को सीख देने के बजाय आरोप-प्रत्यारोप की राजनीति तेज कर दी।
षड्यंत्र के तहत दर्ज कराया राहुल गांधी पर केस
कांग्रेस नेताओं के अनुसार कांग्रेस समेत प्रतिपक्ष ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अमित शाह के इस्तीफे की मांग की है। मोदी सरकार डॉ. आंबेडकर के अपमान को अपराध मानने को तैयार नहीं हैं। उल्टे भाजपा ने संसद की कार्रवाई ठप्प कर रखी है। यही नहीं अपनी मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे कांग्रेस सांसदों के साथ धक्का-मुक्की की गई। पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को गिरा दिया गया। भाजपा ने षड्यंत्र के तहत नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के खिलाफ संगीन धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज करा दी गई। इसलिए जब तक केंद्रीय मंत्री शाह के विरुद्ध कार्रवाई नहीं होती और नेता प्रतिपक्ष गांधी के खिलाफ दर्ज केस वापस नहीं होता तब तक कांग्रेस का विरोध जारी रहेगा।