शिव महापुराण कथा : शिवकृपा आती है तो जीवन में कोई न कोई सुख अवश्य प्राप्त होता है- पं. श्री प्रदीप मिश्रा
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वैशाखी श्री शिव महापुराण कथा में पहले ही दिन उमड़ा भक्तों का सैलाब
एसीएन टाइम्स @ रतलाम । शिवकृपा आती है तब हमें जीवन का कोई न कोई सुख प्राप्त होता है। शिव की कृपा उदारता आप और हम पर हुई है। वैशाखी माह में वैष्णवी शिवमहापुराण सुनने बैठे हैं। रतलामवासियों को काफी इंतजार था। आज ऐसी खुशी है कि सबके घर में दीपावली आ गई। पहले ही दिन तीन टेंट भी छोटे पड़ गए हैं।
उक्त विचार शिव साधक पं. श्री प्रदीप मिश्रा ने यहां आयोजित वैशाखी श्री शिव महापुराण कथा में पहले दिन शनिवार को कही। आपने कहा कि- सत्संग की कमाई कभी व्यर्थ नहीं जाएगी। सत्संग की पूंजी कभी समाप्त नहीं होगी। अपने जीवन को आनंद से जियो न कि किसी की बुराई करके। कोई कितनी भी गालियां दे, मुंह पर कपड़ा रख चुपचाप निकल जाएं। गालियां देने वाले को कर्म फल मिलेगा।
शिव मंदिर जाओ बुरी संगत खत्म हो जाएगी
पंडित श्री मिश्रा ने कहा कि कथा में आओ तो अपनी राजसत्ता, धन, वैभव, ऐश्वर्य एवं विलासिता छोड़कर आएं और चित्त लगाकर शिव पुराण श्रवण करें। इससे निश्चित रूप से उनसे भगवान शिव विशेष प्रसन्न होंगे। यदि कोई भी व्यक्ति बुरी संगत शराब, वेश्यावृत्ति या नशाखोरी के गलत मार्ग की ओर अग्रसर हो और आपको उसकी बुरी संगति की थोड़ी भी भनक लग जाए तो उसे शिव मंदिर ले जाओ और उसे भगवान शिव पर एक लोटा जल चढ़ाने की प्रेरणा दें। निश्चित रूप से एक माह के भीतर बुरी संगत में पड़ा व्यक्ति सही पथ पर अग्रसर होकर सदकार्यों में जुट जाएगा।
वैशाख में एक गिलास पानी पिलाने का पुण्य गंगा में 1000 डुबकी लगाने के बराबर
किसी न किसी रूप में समर्पण का भाव होना चाहिए। शिव को सिर्फ आपका निर्मल मन चाहिए। वैभव, संपत्ति उसको कोई मतलब नहीं। शिवजी के पास एक लोटा जल लेकर जा रहे हो तो दिल भी साथ लेकर जाओ। वैशाख माह में किसी को एक गिलास पानी पिलाने का मौका मिले तो समझना गंगा में 1000 डुबकी लगाने का पुण्य रोज कमा रहे हो आप। दुख आएगा अटक जाओगे, सुख आएगा भटक जाओगे। पंडित श्री मिश्रा के ‘ऐ मेरे भोले नाथ…’, ‘दिल तुझको दिया…’ भजन पर पूरा पंडाल झूम उठा। पंडित श्री मिश्रा ने कथा के दौरान चौबीसा ब्राह्मण समाज और दामोदर दर्जी समाज द्वारा बाहर से कथा सुनने आने वाले भक्तों के लिए समाज की धर्मशाला ओर भोजन की व्यवस्था करने पर सराहना की।
‘हर हर महादेव' के उद्घोष के साथ हुई कथा की शुरुआत
इससे पहले स्वागताध्यक्ष एवं विधायक चेतन्य काश्यप के मुख्य आतिथ्य में शनिवार को हुई। पहले ही दिन शिव महापुराण कथा सुनने के लिए भक्तों का सैलाब उमड़ पड़ा। व्यासपीठ पर पं. श्री प्रदीप मिश्रा ने सबसे पहले भगवान महाकाल की पूजा-अर्चना की। मुख्य आयोजक कल्याणी रविन्द्र पाटीदार सिर पर श्री शिव महापुराण कथा की पोथी रखकर आए और व्यास पीठ पर रखकर पूजा-अर्चना कर कथा का शुभारंभ किया। शिव महापुराण कथा की शुरुआत पंडित श्री मिश्रा ने ‘हर हर महादेव, घर घर महादेव, जन-जन महादेव’ के उद्घोष से की।
शिव की भक्ति और शक्ति द्वारा भारत का बढ़ाया मान- चेतन्य काश्यप
विधायक काश्यप ने कहा कि पंडित श्री प्रदीप मिश्रा ने पिछले कई वर्षों से शिव की भक्ति, शिव की शक्ति और शिव के द्वारा भारत का मस्तक कैसे उच्च स्तर पर स्थापित हो, इस दिशा में कार्य कर देश का नाम विश्व में ऊंचा किया है। पंडित श्री मिश्रा ने शिव की पूजा कैसे हो, उसका बोध कराया है। आज शिव कण-कण में हैं। शिव में ही सृष्टि है। आपने सीहोर से देश-विदेश में मध्यप्रदेश का नाम रोशन किया है। काश्यप ने मुख्य आयोजनकर्ता कल्याणी पाटीदार को रतलाम की बेटी बताते हुए उन्हें व रतलाम की जनता को कथा आयोजन के लिए शुभकामनाएं दी।
108 जोड़ों ने शुरू किया रूद्राभिषेक
श्री शिव महापुराण कथा से पूर्व आयोजन स्थल पर शनिवार सुबह रूद्राभिषेक का आयोजन भी शुरू हुआ। इसमें 108 जोड़ों ने भाग लेकर भगवान शिव का अभिषेक किया। कथा के दौरान प्रतिदिन 108 जोड़ों द्वारा रूद्राभिषेक किया जाएगा।
ये रहे उपस्थित
इस दौरान मुख्य आयोजनकर्ता कल्याणी रविन्द्र पाटीदार, आयोजन समिति के कन्हैयालाल मौर्य, सतीश राठौर, अनिल झालानी, अशोक पोरवाल, निमिष व्यास, मनोहर पोरवाल, राजकुमार गुर्जर, शांतिलाल गोयल ‘शांतनु’, प्रकाश कुमावत, सुभाष कुमावत, नारायण पाटीदार, शिवनारायण पाटीदार, जगदीश पहलवान, राजेश चौहान, मोहन मुरलीवाला सहित हजारों की संख्या में भक्त मौजूद रहे।
पंडित मिश्रा रतलाम में शिव मंदिर पर चढ़ाएंगे जल
पंडित श्री मिश्रा ने कहा कि 29 अप्रैल को वैशाखी शिवरात्रि आ रही है। रतलामवासी उस दिन किसी भी एक शिव मंदिर जाकर जल चढ़ाएं। यह आपके और आपके परिवार की सुख-समृद्धि, धन-वैभव एवं मनोकामना पूर्ण करेगा। उन्होंने कहा कि वे स्वयं उस दिन रतलाम के एक शिवमंदिर में जाकर जल चढ़ाएंगे। कथा की समाप्ति पर ईशर और गौरा जी का रूप धारण करे कलाकार भी मंच पर आए जिनकी पूजा-अर्चना के बाद आरती के साथ प्रथम दिन की कथा का समापन हुआ।
आज कथा में यह स्मरण कराएंगे
शिवमहापुराण के दूसरे दिन रविवार को पंडित श्री मिश्रा जिसकी नेत्र ज्योति व श्रवण शक्ति कम है, उनके लिए कथा में स्मरण कराकर उपाय बताएंगे। कथा के पहले ही दिन उन्हें काफी पत्र भी मिले। कथा के दौरान पंडित मिश्रा द्वारा बताए गए उपायों से लाभ भी भक्तों ने बताए। कल प्रातः 9:00 से 11:00 बजे तक 108 शिवलिंग का पूजन एवं अभिषेक किया जाएगा। इसके बाद दोपहर 1:00 से 4:00 तक पं. प्रदीप मिश्रा शिव महापुराण का वाचन करेंगे।