उज्जैन रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव 1 और 2 मार्च को, भोपाल, इन्दौर, उज्जैन और रतलाम सहित 20 जिलों के 56 प्रोजेक्ट का होगा भूमि-पूजन और लोकार्पण

मप्र में ज्यादा से ज्यादा निवेश लाने के उद्देश्य से उज्जैन में रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव का आयोजन किया जा रहा है। इसमें विभिन्न उत्पादों की प्रदर्शनी भी लगेगी।

उज्जैन रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव 1 और 2 मार्च को, भोपाल, इन्दौर, उज्जैन और रतलाम सहित 20 जिलों के 56 प्रोजेक्ट का होगा भूमि-पूजन और लोकार्पण
रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेप 1 और 2 मार्च को उज्जैन में।

74 हजार करोड़ रुपए से अधिक का होगा निवेश

एसीएन टाइम्स @ भोपाल / उज्जैन / रतलाम । उज्जैन में 1 व 2 मार्च को रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव होने जा रही है। इसमें मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव 56 प्रोजेक्ट का भूमि-पूजन और लोकार्पण करेंगे। ये प्रोजेक्ट प्रदेश के भोपाल, उज्जैन, इन्दौर और रतलाम सहित 20 जिलों में हैं। इन 56 प्रोजेक्ट से 74 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा का निवेश आएगा। इससे 17 हजार से ज्यादा लोगों को रोजगार मिलेगा।

इंडस्ट्री कॉन्क्लेव में अब तक 35 कंपनियों से 74 हजार 711 करोड़ रुपए के निवेश प्रस्ताव पर सहमति बन गई है। यह आंकड़ा कॉन्क्लेव तक और बढ़ेगा। कॉन्क्लेव में 800 से अधिक इन्वेस्टर्स शामिल होंगे। साथ ही 30 फॉरेन डेलिगेट्स भी सहभागिता करेंगे। कॉन्क्लेव में बड़े उद्योपतियों को बुलाने और बड़े एमओयू साइन करने के बजाय सरकार का फोकस है कि ज्यादा से ज्यादा प्रोजेक्ट को जमीन पर उतारा जाए। इसी रणनीति के तहत सरकार ऐसी कंपनियों और इंडिविजुअल इन्वेस्टर को प्राथमिकता दे रही है जो तुरन्त निवेश के लिए तैयार हों।

निर्यात को बढ़ावा देने पर जोर

कॉन्क्लेव में निर्यात को बढ़ावा देने के लिए बायर-सेलर मीट पर काफी फोकस किया जा रहा है। अभी तक 3200 से ज्यादा यूनिट् ने बायर-सेलर मीट में रजिस्ट्रेशन कराया है। इसके जरिए प्रदेश के उत्पादकों, कृषि उत्पादों, हैंडलूम, हैंडीक्राफ्ट्स को वैश्विक बाजार तक पहुंच बनाने में मदद मिलेगी।

सीएम खुद करेंगे वन-टू-वन चर्चा

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव निवेशकों से वन-टू-वन चर्चा करेंगे। इससे निवेशक सीधे अपनी बात मुख्यमंत्री के सामने रख सकेंगे। प्रदेश की औद्योगिक नीति के बारे में विस्तार से चर्चा करने और उद्योगपतियों को जानकारी प्रदान करने के लिए पांच सेक्टोरियल सेशन भी होंगे। इसमें विषय विशेषज्ञ उद्योगपतियों को प्रदेश के औद्योगिक परिदृश्य और नीतियों के बारे में जानकारी प्रदान करेंगे।

8 हजार करोड़ से ज्यादा का निवेश उज्जैन इंदौर संभाग में प्रस्तावित

उज्जैन और इंदौर संभाग के जिलों में रीजनल इण्डस्ट्री कॉनक्लेव में 644.97 एकड़ भूमि पर विभिन्न औद्योगिक इकाइयों द्वारा विभिन्न उत्पादों के प्लांट लगाए जाएंगे, जिसमें लगभग 8014.94 करोड़ का निवेश प्रस्तावित है। इसके माध्यम से 12 हजार से अधिक लोगों को रोजगार प्राप्त हो सकेगा। खाद्य प्रसंस्करण, प्लास्टिक, फार्मास्युटिकल, मेडिकल डिवाइसेस, टेक्निकल टेक्सटाइल, एडवांस कॉर्बन, सीमेंट, ऑक्सीजन सिलेण्डर, इथेनॉल, कपड़ा एवं परिधान, डिटर्जेंट इत्यादि उत्पादों पर केन्द्रित इकाइयां उज्जैन और इन्दौर संभाग के जिलों में स्थापित की जाएंगी।

ये इकाइयां लगाएंगी प्रदर्शनी

रीजनल इण्डस्ट्री कॉन्क्लेव में विभिन्न औद्योगिक इकाइयों द्वारा अपने उत्पादों पर केन्द्रित प्रदर्शनी लगाई जाएगी, जिसमें प्रमुख रूप से वीईसीवी लिमिटेड द्वारा ऑटो-ओईएम उत्पाद, श्रीजी पॉलीमर द्वारा प्लास्टिक प्रोडक्ट, बेस्ट कॉर्पोरेशन द्वारा गारमेंट, इंवायरो रिसाइकलिंग द्वारा प्लास्टिक रिसाइकलिंग, सुधाकर पाइप्स द्वारा पीवीस पाइप्स, गुजरात गैस लिमिटेड द्वारा गैस डिस्ट्रिब्यूशन, ब्रांड कांसेप्ट द्वारा बैग मैन्युफैक्चरिंग, यासेन द्वारा मेडिकल डिवाइसेस, वनुषी प्रा. लि. द्वारा मेडिकल डिवाइसेस, टेटवेलप्स द्वारा ई-बाइक और ई-साइकिल पर केन्द्रित प्रदर्शनी लगाई जाएगी।

प्रदेश के 12 से अधिक स्थानों पर होगा आयोजन

मुख्यमंत्री डॉ. यादव द्वारा रीजनल इण्डस्ट्री कॉन्क्लेव में प्रदेश के 12 से अधिक औद्योगिक स्थानों पर विभिन्न इकाइयों का वर्चुअल भूमिपूजन एवं लोकार्पण किया जाएगा। औद्योगिक विकास के प्रति जन-जागरूकता प्रदेश के कोने-कोने पहुंचाने के लिए लोकार्पण एवं भूमि पूजन के इन कार्यक्रमों को स्थानीय स्तर पर बड़ा रूप दिया जा रहा है। साथ ही कार्यक्रमों में स्थानीय जनप्रतिनिधियों और इकाइयों के प्रतिनिधियों के साथ जन-सामान्य भी उपस्थित रहेंगे।